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मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ की टेलीफोन डायरेक्टरी का किया विमोचन

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ShivJun 16, 20251 min read

रायपुर।  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय…

जातिगत जनगणना पर केंद्र सरकार के निर्णय का सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने किया स्वागत

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ShivJun 16, 20251 min read

रायपुर।  रायपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद एवं भाजपा के वरिष्ठ…

तबादलों को लेकर ACS की अगुवाई में बनी कमेटी, IAS मनोज पिंगुआ बनाए गए अध्यक्ष

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ShivJun 16, 20251 min read

रायपुर।  राज्य में तबादलों का दौर शुरू होने वाला है।…

रायपुर रेलवे स्टेशन के टिकट काउंटर होंगे शिफ्ट, 18 जून से नए स्थान से मिलेगा टिकट

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ShivJun 16, 20251 min read

रायपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, रायपुर रेल मंडल द्वारा रायपुर रेलवे…

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में छत्तीसगढ़ कैम्पा की गवर्निंग बॉडी की तृतीय बैठक सम्पन्न

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ShivJun 16, 20253 min read

रायपुर।  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आज मंत्रालय…

June 16, 2025

Apni Sarkaar

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रिश्वतखोर बाबू रंगेहाथ गिरफ्तार! GPF के बदले मांगे थे 50 हजार, एंटी करप्शन ब्यूरो ने दबोचा

रायपुर। छत्तीसगढ़ के चिकित्सा शिक्षा आयुक्त कार्यालय में कार्यरत एक भ्रष्ट बाबू चवाराम बंजारे को आज 50,000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। आरोपी ने एक रिटायर्ड लैब टेक्नीशियन से जीपीएफ और अन्य सेवानिवृत्ति लाभों के भुगतान के एवज में रिश्वत की मांग की थी।

प्रार्थी तुकाराम लहरे, जो स्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत्त लैब टेक्नीशियन हैं, ने एंटी करप्शन ब्यूरो, रायपुर में शिकायत दर्ज कराई थी कि चवाराम बंजारे, बाबू (आयुक्त, चिकित्सा शिक्षा कार्यालय, स्वास्थ्य भवन, नया रायपुर) उनसे 50,000 रुपये की रिश्वत की मांग कर रहा है। प्रार्थी रिश्वत देना नहीं चाहता था, बल्कि आरोपी को रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था।

सुनियोजित ट्रैप में फंसा भ्रष्टाचारी

शिकायत के सत्यापन के बाद 16 जून को ट्रैप की योजना बनाई गई, और योजना के अनुसार जब प्रार्थी ने आरोपी को रिश्वत की राशि सौंपी, उसी समय एसीबी की टीम ने दबिश देकर आरोपी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। अब आरोपी के खिलाफ धारा 7, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित अधिनियम 2018) के तहत कार्रवाई की जा रही है।

भ्रष्टाचार पर करारा प्रहार

यह कार्रवाई नवा रायपुर के शासकीय कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मजबूत संदेश देती है। सेवानिवृत्त कर्मचारियों के हक की रकम के एवज में रिश्वत की मांग करना न केवल अनैतिक, बल्कि आपराधिक कृत्य है, और इस पर ऐसी सख्त कार्रवाई स्वागत योग्य है।