राष्ट्रीय सम्मेलन में युवाओं की चमक: बेस्ट पेपर प्रेजेंटर का खिताब रायपुर के परमेश थानवी ने जीता

रायपुर। “समर्थ – Uniting Visionaries, Transforming Tomorrow” थीम पर आधारित सीए स्टूडेंट्स का राष्ट्रीय सम्मेलन, इस वर्ष भी सफलता की नई ऊँचाइयों को छूता नज़र आया। इस वर्ष का यह प्रतिष्ठित कार्यक्रम CICASA रायपुर द्वारा आयोजित किया गया, जिसका संचालन CICASA चेयरमैन सीए ऋषिकेश यादव के नेतृत्व में किया गया। सम्मेलन में देशभर के प्रतिभावान छात्रों ने अपने-अपने विषयों पर तकनीकी सत्रों में प्रस्तुति दी, जहाँ चार तकनीकी सत्रों के विजेताओं के साथ-साथ ‘सर्वश्रेष्ठ पेपर प्रेजेंटर’ का प्रतिष्ठित खिताब भी घोषित किया गया।
इस बार बेस्ट पेपर प्रेजेंटर का खिताब रायपुर HNA शाखा के परमेश थानवी को उनके विषय ‘डिजिटल डॉक्युमेंटेशन – फिजिकल फाइल से पेपरलेस ऑडिट रूम तक’ पर प्रभावशाली प्रस्तुति के लिए प्रदान किया गया। उन्होंने अपने व्यावहारिक उदाहरणों, इंटरैक्टिव शैली और सजीव प्रजेंटेशन के ज़रिए यह बताया कि डिजिटल डॉक्युमेंटेशन का अर्थ सिर्फ़ गूगल ड्राइव में फ़ाइल स्टोर करना नहीं, बल्कि ऐसा सिस्टम बनाना है जिससे ऑडिट का काम तेज़, साफ़ और भरोसेमंद हो सके। उन्होंने यह भी दर्शाया कि कैसे आधुनिक टूल्स जैसे GST Zen, CaseWare, और ICAI द्वारा बनाए गए डॉक्युमेंट मैनेजमेंट मॉड्यूल जैसे संसाधनों से हम ऑडिटिंग को स्मार्ट, स्ट्रक्चर्ड और स्ट्रेस-फ्री बना सकते हैं। सम्मेलन को चार तकनीकी सत्रों में विभाजित किया गया था, जिनमें हर एक सत्र से एक-एक श्रेष्ठ प्रेजेंटर का चयन किया गया:
तकनीकी सत्र 1: “सस्टेनेबिलिटी रिपोर्टिंग का ऑडिट” विषय पर शानदार प्रस्तुति के लिए जयेश पुरवार को सम्मानित किया गया।
तकनीकी सत्र 2: “डिजिटल एश्योरेंस” जैसे आधुनिक विषय को सरल और व्यावहारिक दृष्टिकोण से प्रस्तुत करने के लिए मानस जोशी को पुरस्कृत किया गया।
तकनीकी सत्र 3: “इक्विटी और फंडिंग” जैसे वित्तीय विषय को गहराई से समझाने के लिए रश्मीत कौर को विजेता घोषित किया गया।
तकनीकी सत्र 4: “इनकम टैक्स बिल 2025” पर अद्भुत विश्लेषण और प्रस्तुति के लिए आर्ची गोयल को सम्मानित किया गया।
सम्मेलन का उद्देश्य छात्रों को न केवल अकादमिक मंच प्रदान करना था, बल्कि उन्हें वर्तमान व्यावसायिक परिवेश की मांगों के अनुसार तैयार करना भी था।
कार्यक्रम के समापन समारोह में प्रतिभागियों को ट्रॉफी व प्रमाण पत्र भेंट किए गए। सीए ऋषिकेश यादव ने कहा, “यह सम्मेलन न केवल ज्ञान का आदान-प्रदान है, बल्कि यह युवाओं को नेतृत्व, प्रस्तुति और नेटवर्किंग के अवसर देता है।” इस राष्ट्रीय सम्मेलन ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि भविष्य के चार्टर्ड अकाउंटेंट्स न केवल तकनीकी रूप से सक्षम हैं, बल्कि विचारशीलता और नवाचार में भी अग्रणी हैं।