Special Story

पाकिस्तान पर भारत की जीत का जश्न: रायपुर में जय स्तंभ चौक पर जुटी क्रिकेट प्रेमियों की भीड़, जमकर हुई आतिशबाजी

पाकिस्तान पर भारत की जीत का जश्न: रायपुर में जय स्तंभ चौक पर जुटी क्रिकेट प्रेमियों की भीड़, जमकर हुई आतिशबाजी

ShivFeb 23, 20252 min read

रायपुर। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के हाई-वोल्टेज मुकाबले में भारत ने चिर-प्रतिद्वंदी…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भोपाल आगमन पर हुआ आत्मीय स्वागत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भोपाल आगमन पर हुआ आत्मीय स्वागत

ShivFeb 23, 20251 min read

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भोपाल आगमन पर रविवार को उनका…

February 24, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

विनेश फोगाट के मेडल पर कुश्ती संघ अध्यक्ष की दोटूक: कहा- मेडल मिला तो देश का, विनेश का पर्सनल नहीं, भारत ने खोए 6 मेडल

हरियाणा।    पेरिस ओलिंपिक में 100 ग्राम वजन ज्यादा होने पर डिस्क्वालीफाई हुईं विनेश फोगाट की हरियाणा में ग्रैंड वेलकम की तैयारी चल रही हैं। वहीं खेल कोर्ट यानी कोर्ट ऑफ आर्बिटरेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) ने विनेश फोगाट के सिल्वर मैडल पर फैसला 16 अगस्त तक टाल दिया है। इससे पहले CAS ने 10 अगस्त को कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखकर 13 अगस्त को फैसले की तारीख तय की थी। इस मामले में डॉ. एनाबेले बेनेट को फैसला सुनाना है। इस बीच विनेश फोगाट के मेडल पर कुश्ती संघ अध्यक्ष के बयान चर्चा में है।

भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा, ‘भारत कुश्ती में 6 और मेडल जीत सकता था, लेकिन पिछले 15-16 महीनों में खेल में जो उथल-पुथल मची, उसे देखते हुए हमने कई मेडल खो दिए। हमें उम्मीद है कि खेल कोर्ट का फैसला हमारे पक्ष में होगा। WFI चाहता है कि फैसला भारत के पक्ष में हो, क्योंकि यह देश का मेडल है, किसी का व्यक्तिगत मेडल नहीं। इसे भारत की पदक तालिका में जोड़ा जाएगा। खेल की श्रेणी खिलाड़ी का व्यक्तिगत निर्णय है। उस वजन को बनाए रखना भी खिलाड़ी पर निर्भर करता है।

WFI अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि वजन बढ़ना और कम होना खिलाड़ी के शरीर पर बहुत बुरा असर डालता है। विनेश को हंगरी में विदेशी कोच के साथ ट्रेनिंग सहित हर वह सुविधा दी गई, जिसकी उसने मांग की थी।’

हम विनेश का गोल्ड मेडलिस्ट की तरह की करेंगे स्वागत – महावीर फोगाट

विनेश के ताऊ महावीर फोगाट ने कहा है कि हम विनेश का गोल्ड मेडलिस्ट की तरह की स्वागत करेंगे। जिस खिलाड़ी के साथ इतने बड़े स्तर पर ऐसा बर्ताव हो जाता है, वह खिलाड़ी संन्यास जैसा फैसला ले लेता है। पेरिस से लौटने पर विनेश को पूरा परिवार मनाएगा और 2028 के ओलिंपिक के लिए तैयारी शुरू करेंगे।