Special Story

खनिज के अवैध उत्खनन और परिवहन पर प्रशासन सख्त

खनिज के अवैध उत्खनन और परिवहन पर प्रशासन सख्त

ShivJun 17, 20252 min read

बलौदाबाजार। कलेक्टर दीपक सोनी की अध्यक्षता में मंगलवार क़ो संयुक्त…

मुख्यमंत्री ने परिवहन सुरक्षा बेड़े में शामिल 48 वाहनों को झंडी दिखाकर किया रवाना

मुख्यमंत्री ने परिवहन सुरक्षा बेड़े में शामिल 48 वाहनों को झंडी दिखाकर किया रवाना

ShivJun 17, 20252 min read

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि हमारी…

लूटपाट और उगाही का मामला : छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के 6 पदाधिकारियों को 7-7 साल की सजा

लूटपाट और उगाही का मामला : छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के 6 पदाधिकारियों को 7-7 साल की सजा

ShivJun 17, 20252 min read

जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में वर्ष 2021 में हुई…

June 17, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

‘महिला अपराध = भाजपा’: BJP अपराधियों का मनोबल बढ़ाने का करती है काम, भारत में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की स्थिति भयावह, महिला कांग्रेस महासचिव का हमला

रायपुर-  छत्तीसगढ़ महिला कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारवार्ता कर भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि भाजपा अपराधियों का मनोबल बढ़ाने का काम करती है. भारत में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की भयावह वास्तविकता से जूझ रहीं हैं. 2024 का लोकसभा चुनाव देश की बेटियों के आंसू के बीच लड़ा जाएगा. हाथरस, उन्नाव, बृजभूषण सिंह और अंकित भंडारी जैसे केस इस संकट की व्यापकता को उजागर करते हैं. यह सिर्फ खबरें नहीं है, बल्कि बेशुमार अनसुनी घटनाओं, खामोश पीड़ा और लाखों लोगों के टूटे सपनों का प्रतिनिधित्व करते हैं. इस संकट की जड़े जटिल हैं.

आगे उन्होंने कहा, भाजपा द्वारा संचालित दंड मुक्ति की संस्कृति जो अपराधियों का मनोबल बढ़ाती हैं और रिपोर्टिंग को हतोत्साहित करती है. त्रुटि पूर्ण न्याय प्रणाली जो अक्सर समय पर और संवेदनशील फैसला देने में विफल रहती है, जिससे पीड़ित और उनके परिवार न्याय की आस में तड़पते रहते हैं. इस प्रणाली को खत्म करने के लिए बहुआयामी रणनीति की जरूरत है.

छत्तीसगढ़ महिला कांग्रेस की मांग

  1. पुलिस सुधार: संवेदनशीलता प्रशिक्षण अनिवार्य करें. निष्क्रिय रहने वाले अधिकारियों के लिए सख्त जवाबदेही सुनिश्चित करें और पीड़ितों की सुरक्षा और सम्मान को प्राथमिकता दें.
  2. न्यायिक सुधार: त्वरित न्यायालय स्थापित करें, लैंगिक रूप से संवेदनशील कोर्टरूम सुनिश्चित करें और न्यायाधीशों को समय पर और निष्पक्ष फैसले के लिए जवाबदेह ठहराएं.
  3. सामाजिक परिवर्तन: व्यापक शिक्षा अभियान चलाएं जो हानिकारक लैंगिक रूढ़ियों को चुनौती दें और समुदायों को हस्तक्षेप करने और हिंसा को रोकने के लिए सशक्त बनाएं.
  4. मजबूत सहायता प्रणालियां: मजबूत गवाह संरक्षण कार्यक्रम प्रदान करें; सुलभ हेल्पलाइन स्थापित करें और पीड़ितों के लिए व्यापक कानूनी सहायता और सुरक्षित आश्रय सुविधा प्रदान करें.

छत्तीसगढ़ प्रदेश महिला कांग्रेस की महासचिव और प्रदेश प्रवक्ता प्रीति उपाध्याय शुक्ला ने कहा कि, महिलाओं के खिलाफ हिंसा को खत्म करना सिर्फ एक नैतिक दायित्व नहीं है. बल्कि एक राष्ट्रीय आपात स्थिति है, जिसके लिए सरकार, नागरिक समाज और हर नागरिक से प्रतिबद्धता की मांग है. केवल सामूहिक कार्यवाही के माध्यम से ही भारत एक ऐसा भविष्य बन सकता है, जहां महिलाएं और लड़कियां सुरक्षित हों. सम्मानित हों और अपनी पूरी क्षमता तक पहुंचाने के लिए सशक्त हों.

ऑल इंडिया महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा और छत्तीसगढ़ प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष फूलो देवी नेताम के सुनीता शर्मा, हाजरुन बानो, प्रगति बाजपेयी, मिथिलेश रिछारिया, डा. करुणा कुर्रे, अनुषा श्रीवास्तव, आशा सोनी, संध्या ठाकुर, चित्रलेखा साहू, नीलिमा मिश्रा, सुनीता कश्यप, एकता जयशंकर, उर्मिला पंडेल, पूनम यादव आदि उपस्थित रहीं.