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ShivJun 13, 20251 min read

दुर्ग। दुर्ग शहर विधायक गजेंद्र यादव आज सुबह बैडमिंटन खेलते समय…

अकलतरी गांव में डायरिया का प्रकोप, अब तक तीन की मौत

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ShivJun 13, 20251 min read

जांजगीर चांपा। जिले के अकलतरा विकासखंड के अकलतरी गांव में…

तीन तलाक बोलकर पत्नी को घर से निकाला, बिलासपुर में पति के खिलाफ FIR दर्ज

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ShivJun 13, 20252 min read

बिलासपुर। बीवी को दहेज के लिए प्रताड़ित करने के बाद…

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ShivJun 13, 20251 min read

दुर्ग। जिला पुलिस द्वारा पुलिस बल, सशस्त्र पुलिस बल एवं…

डॉक्टर से 11.25 लाख की ऑनलाइन ठगी, बिहार से तीन आरोपी गिरफ्तार

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ShivJun 13, 20253 min read

अंबिकापुर। शहर के प्रतिष्ठित चिकित्सक डॉ. अमित असाटी से हल्दीराम…

रायपुर में 5 जुआरियों का पुलिस ने निकाला जुलूस

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ShivJun 13, 20251 min read

रायपुर। राजधानी रायपुर के आरंग में खुलेआम जुआ खेलने की…

June 13, 2025

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जो कहेंगे सच कहेंगे

नक्सल प्रभावित जिलों के लिए केंद्र से मिले 557 करोड़ तो खर्च हुए 998 करोड़, विधायक अजय चंद्राकर के प्रश्न पर गृह मंत्री विजय शर्मा ने दिया उत्तर

रायपुर। विधानसभा में मंगलवार को प्रश्नकाल में नक्सल प्रभावित जिलों में साल 2019 से 2023 तक सुरक्षा संबंधी व्यय योजना के तहत कार्ययोजना राशि और खर्च का मामला उठा. भाजपा विधायक अजय चंद्राकर के सवाल पर डिप्टी सीएम और गृहमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि केंद्र से 557 करोड़ आया है, और 998 करोड़ से ज्यादा व्यय हुआ है.

भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने नक्सल उन्मूलन के लिए राशि के प्रावधान और खर्चे को लेकर जानकारी मांगी. इस पर उप मुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा ने जवाब में आवंटन और व्यय की में अंतर के संबंध में बताया कि इसकी वजह यह है कि पहले राज्य के बजट से ये राशि खर्च हो जाती है फिर इसे रिम्बर्स कराया जाता है, मतलब खर्चे के बाद राशि आती है.

अजय चंद्राकर ने कहा कि कार्ययोजना 13 बिंदुओं में भेजा गया है, और खर्च 25 बिंदुओं में हुआ है. कार्ययोजना किसी और मद के लिए भेजी गई है, और खर्च किसी और मद में हुए हैं. विजय शर्मा ने कहा जिन बिंदुओं का जिक्र सदस्य कर रहे हैं, वो सभी राज्य सरकार मद के हैं. सभी नॉर्म्स के तहत हैं, सब आगे जाकर क्लेम किया जाता है, फिर केंद्र सरकार से राशि प्राप्त हुए हैं.

इस पर अजय चंद्राकर ने कहा कि ये कहीं नहीं लिखा है कि राज्य सरकार के हेड से यह हुआ है. मेरा प्रश्न सुरक्षा संबंधी व्यय को लेकर है. विजय शर्मा ने कहा कि हमने वर्ष वार प्रावधान और व्यय को बताया है. अजय चंद्राकर ने कहा कि इंश्योरेंस में पैसे केन्द्र से मांगे गए हैं, लेकिन इंश्योरेंस एक भी नहीं हुआ. किसका इंश्योरेंस किया गया है? इंश्योरेंस हुआ नहीं है और राशि व्यय हो चुकी है.

इस पर विजय शर्मा ने कहा कि रिहैबिलिटेशन पॉलिसी में सभी राशि केंद्र से प्राप्त नहीं होती है. जितनी प्राप्त होती है, उसके अलावा की राशि राज्य बजट से खर्च होता है. बीमा पूर्ति मद से बीमा कंपनियों को प्रीमियम की राशि देने का निर्णय पहले हुआ था.