रेलवे क्षेत्र में चर्च निर्माण रोका तो तोड़फोड़ का आरोप लगाकर घेराव

रायपुर। रेलवे क्षेत्र में चर्च निर्माण को लेकर शिकायतें हुईं और जांच करने पहुंची टीम को पता चला कि वहां तो पूरा भवन बनकर तैयार हो गया है. इससे रेल अमले में ही हड़कंप मच गया. उच्च स्तरीय शिकायतें होने के बाद रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की मौजूदगी में अवैध निर्माण रोकते हुए कुछ हिस्से में तोड़फोड़ भी की गई. इससे नाराज लोगों ने तोड़फोड़ का आरोप लगाते हुए आरपीएफ दफ्तर के सामने प्रदर्शन करते हुए पोस्ट को घेर दिया. हालांकि अधिकारियों की समझाइश के बाद लोग लौटे. संरक्षण का आरोप लगा तब अफसर हुए सक्रिय शनिवार को पूरे दिन डब्ल्यूआरएस कॉलोनी में रेल अधिकारियों की सक्रियता चर्चा में रही.
दरअसल शनिवार को रेलवे अधिकारियों पर ही अवैध निर्माण को संरक्षण देने का आरोप लगाया जाने लगा. शिकायकर्ताओं ने सवाल किया कि आखिर रेलवे क्षेत्र में इतना विशाल अवैध निर्माण रेलवे की जानकारी के बगैर कैसे हो गया. आरोप लगने के बाद अधिकारी सक्रिय हुए. आरपीएफ टीम को लेकर पहुंचे अधिकारियों ने निर्माण करने वालों से दस्तावेज दिखाने की मांग की. उन्हें बताया गया कि जिस जमीन पर भवन बनाया जा रहा है वह रेलवे की है, जिस पर किसी भी तरह का निर्माण करना अनाधिकृत है. दूसरी तरफ निर्माण कराने वाले पक्ष के लोगों ने आरोप लगाया कि रेलवे ने भवन में तोड़फोड़ की है. इसके बाद लोगों की भीड़ बढ़ने लगी. आरपीएफ पोस्ट के पास जमा हुए लोगों ने प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की. हालांकि समझाइश के बाद लोग लौट भी गए।
सीनियर डीसीएम ने किया तोड़फोड़ से इनकार
रेलवे की ओर से वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रायपुर अवधेश कुमार त्रिवेदी ने मीडिया से बातचीत में दावा किया है कि डब्ल्यूआरएस कॉलोनी में चर्च के रूप में चल रहे अनाधिकृत निर्माण कार्य को रेल प्रशासन द्वारा रोका गया है. उन्हें समझाइए दी गई कि बिना अनुमति के रेलवे भूमि पर निर्माण अनाधिकृत है. यदि आपके पास अनुमति है तो संबंधित दस्तावेज दिखाएं. उक्त कार्रवाई में चर्च के भवन को तोड़ा नहीं गया है. कुछ लोगों द्वारा यह भ्रम फैलाया जा रहा है. इसको लेकर कुछ लोगों ने धरना-प्रदर्शन किया एवं रेलवे सुरक्षा बल का घेराव भी किया.
थाने से एक पेट्रोलिंग वाहन भेजा गया
खमतराई थाने में भी चर्च निर्माण की जानकारी देकर कार्य पर रोक लगाने के दौरान सुरक्षा हेतु पुलिस बल की मांग की गई. चूंकि इस दौरान राष्ट्रपति प्रवास की तैयारियों को लेकर पूर्वाभ्यास चल रहा था. लिहाजा थाने से एक पेट्रोलिंग वाहन व दो कर्मियों को भेजा गया. यह टीम एक घंटे बाद डब्ल्यूआरएस कॉलोनी से लौट आई.