जब प्रतिभाएं निखरती हैं तो समाज भी निखरता है: मुख्यमंत्री श्री साय
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज राजधानी स्थित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में राज्य खेल अलंकरण समारोह में विभिन्न खेल विधाओं के 544 प्रतिभावान खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रतिभा ईश्वर की देन है, यह समाज को ईश्वर का अनुपम उपहार है। जब प्रतिभाएं निखरती हैं तो समाज भी निखरता है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिजनों को भी सम्मानित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने की। कार्यक्रम में अतिविशिष्ट अतिथि खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा और विशिष्ट अतिथि के रूप में शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, कृषि मंत्री रामविचार नेताम और सांसद सुनील सोनी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में 5 साल बाद प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को उनका सम्मान और पुरस्कार मिलने जा रहा है, मैं सभी खिलाड़ियों को बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के शहीदों के नाम पर स्थापित राज्य खेल अलंकरण समारोह का शुरूआत पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमन विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व वाली हमारी सरकार द्वारा ही किया गया था। यह बहुत अफसोस की बात है कि पूर्ववर्ती सरकार द्वारा पिछले 5 सालों से राज्य में खेल अलंकरण समारोह का आयोजन हुआ ही नहीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार को बने अभी केवल 3 महीने ही हुए हैं। इन थोड़े से ही दिनों में ही राज्य में हमने खेलों के विकास के लिए अनेक महत्वपूर्ण निर्णय ले लिए हैं। छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर की आवासीय खेल अकादमी प्रारंभ की जाएगी। राज्य में पारंपरिक खेलों को पुनर्जीवित करने के लिए छत्तीसगढ़िया क्रीड़ा प्रोत्साहन योजना शुरू की जाएगी। जशपुर में मॉडर्न खेल स्टेडियम एवं रायगढ़ तथा बलौदाबाजार जिले में इंडोर स्टेडियम कॉम्प्लेक्स के निर्माण का निर्णय लिया जा चुका है।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि युवा खिलाड़ियों ने इस सम्मान के लिए बहुत संघर्ष किए है। पूर्ववर्ती सरकार द्वारा इस सम्मान का आयोजन रोक दिया गया था। जिसके लिए खिलाड़ियों को रास्ते में आकर आंदोलन करना पड़ा। उसी का परिणाम है कि आज हमारी सरकार द्वारा पुनः इस खेल अलंकरण सम्मान को शुरू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार राज्य में खेल गतिविधि को बढ़ावा देने एवं खिलाड़ियों को हर संभव मदद देने के लिए प्रतिबद्ध है। खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंक राम वर्मा ने वीर शहीदों को नमन करते हुए कहा कि वर्ष 2007 से राज्य में उत्कृष्ट खिलाड़ी योजना प्रारंभ की गई है। राज्य में 74 खिलाड़ियों को नौकरी दी जा चुकी है। उत्कृष्ट खिलाड़ियों की घोषणा के लिए खिलाड़ियों से प्राप्त आवेदनों के पुनर्परीक्षण हेतु समिति का गठन किया जा चुका है, जल्द ही उत्कृष्ट खिलाड़ियों की घोषणा की कार्यवाही भी की जाएगी।
कार्यक्रम में राज्य शासन द्वारा वर्ष 2019-20 के लिए शहीद राजीव पाण्डे पुरस्कार के लिए 06, शहीद कौशल यादव पुरस्कार के लिए 06, वीर हनुमान सिंह पुरस्कार के लिए 02, शहीद पंकज विक्रम सम्मान 27, शहीद विनोद चौबे सम्मान के लिए 05 एवं मुख्यमंत्री ट्राफी के लिए 25 खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। इसी प्रकार वर्ष 2020-21 हेतु शहीद राजीव पांडेय पुरस्कार के लिए 11, शहीद कौशल यादव पुरस्कार के लिए 03, वीर हनुमान सिंह पुरस्कार के लिए 01, शहीद पंकज विक्रम सम्मान 16, शहीद विनोद चौबे सम्मान के लिए 05 एवं मुख्यमंत्री ट्राफी के लिए 26 चयनित खिलाड़ियों को ट्राफी देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक प्राप्त खिलाड़ियों को अलंकरण से सम्मानित करते हुए 269 खिलाड़ियों को वर्ष 2019-20 के लिए पुरस्कार राशि 30.36 लाख रूपए तथा 2020-21 के लिए 142 खिलाड़ियों को 19 लाख 32 हजार रूपए की पुरस्कार राशि दी गई। कार्यक्रम में विधायक राजेश मूणत, मोतीलाल साहू, अनुज शर्मा, इन्द्रकुमार साहू, जनप्रतिनिधि, विभिन्न खेल संघों के पदाधिकारी, खेल एवं युवा कल्याण सचिव हिमशिखर गुप्ता, संचालक खेल एवं युवा कल्याण तनुजा सलाम एवं सहित खेल विभाग के अधिकारीगण और बड़ी संख्या में खिलाड़ी शामिल थे।