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नई पुनर्वास नीति का असर: 10 लाख के इनामी नक्सली दंपत्ति ने किया सरेण्डर

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ShivJan 18, 20252 min read

कवर्धा।    छत्तीसगढ़ शासन की ‘‘नई नक्सल आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास…

11KV तार से टकराया ट्रेलर, बुरी तरह झुलसे दो लोग, एक की मौत

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ShivJan 18, 20251 min read

बिलासपुर।    जिले से गतौरा स्थित एलेन कोल वाशरी में एक ट्रेलर…

महाकुंभ : छत्तीसगढ़ मंडप में लगी अपर कलेक्टर अरुण मरकाम की ड्यूटी, इंद्रजीत बर्मन का लेंगे स्थान

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ShivJan 18, 20251 min read

रायपुर। प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) में महाकुंभ मेला परिसर स्थित छत्तीसगढ़ पैवेलियन…

राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसरों के तबादले का संशोधित आदेश जारी, देखें लिस्ट 

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ShivJan 18, 20251 min read

रायपुर।  नगरीय निकाय चुनाव के पहले बड़े पैमाने पर राज्य…

January 18, 2025

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जो कहेंगे सच कहेंगे

श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का हम सभी साक्षी बन रहे हैं यह हमारे जीवन के लिए सौभाग्य का क्षण है- केदार कश्यप

जगदलपुर। वन मंत्री केदार कश्यप सोमवार सुबह जगदलपुर में संकीर्तन कार्यक्रम में शामिल हुए। श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर यह कार्यक्रम किया गया। इस मौके पर मंत्री कश्यप ने कहा कि बस्तर में श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर खुशी का माहौल है। ये हम सब के लिए सौभाग्य का क्षण है। हम ऐसे समय के साक्षी बन रहे हैं, जब भगवान राम के मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा हो रहा है। इसके लिए हमारे पूर्वजों ने लंबे समय तक संघर्ष किया। गोलियां चली, लाठियां खाईं, शहादत दी और उसके बाद आज भगवान राम का मंदिर बन गया है। ये समय हर्ष का विषय है। भगवान राम के ननिहाल छत्तीसगढ़ में भी हर्षोल्लास है।
पूरे बस्तर को दंडकारण्य भूमि के रूप में मानते हैं। यहां पर भगवान राम के पदचरण पड़े थे। इस कारण से बस्तर के पूरे जंगल में कांटा नहीं मिलता, क्योंकि भगवान राम के पद चरण पड़े थे। हम ये भी मानते हैं कि प्रभु राम की कल्पना में जो चित्र सामने आता है, वो राजा के रूप में नहीं, वनवासी की वेशभूषा में दिखाई देते हैं।

श्री राम जब अयोध्या में थे, तब राजा राम के रूप में जाना जाता था, जब प्रभु प्रभु ने दंडकारण्य की पावन भूमि पर कदम रखा तो उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम राम के रूप में पहचान मिली। आज राम मंदिर निर्माण की खुशी में बस्तर सहित पूरे छत्तीसगढ़ के लोग शामिल हो रहे हैं, ये बहुत हर्ष का विषय है।