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रायपुर में गर्मी ने 10 साल का तोड़ा रिकॉर्ड : छत्तीसगढ़ में भीषण गर्मी का कहर, लू की चेतावनी जारी

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ShivApr 23, 20252 min read

रायपुर। छत्तीसगढ़ में भीषण गर्मी पड़ रही है, जिससे लोगों का…

सराफा कारोबारी पर जानलेवा हमला, सिर में आई गंभीर चोट

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ShivApr 23, 20251 min read

बिलासपुर। न्यायधानी में एक सराफा कारोबारी पर जानलेवा हमला हुआ है.…

भरभरा कर गिरी कच्ची दीवार, मलबे में दबने से एक नाबालिग मजदूर की मौत, दूसरा गंभीर

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ShivApr 23, 20251 min read

सरगुजा। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में दर्दनाक हादसा हुआ है,…

पानी के लिए किसानों ने SDO को बनाया बंधक ! प्रशासन में मचा हड़कंप

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ShivApr 23, 20251 min read

राजिम।   नहर से पानी नहीं मिलने पर रबी फसल बर्बाद…

April 23, 2025

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DMF घोटाले को लेकर विष्णुदेव सरकार का बयान

रायपुर। DMF घोटाले पर भी विष्णुदेव सरकार ने बयान जारी किया है। और बताया कि प्रवर्तन निदेशालय क्षेत्रीय कार्यालय रायपुर के प्रतिवेदन रिपोर्ट पत्र के आधार पर राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो में अपराध क्रमांक-02 / 2024 धारा 120बी, 420 भा. द. वि. एवं धारा – 7 तथा धारा-12 भ्र. निवा. अधि. के तहत् पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है ।

प्रवर्तन निदेशालय के रिपोर्ट पर यह पाया गया कि डी. एम. एफ. कोरबा के फंड से विभिन्न निविदाओं के आंबटन में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताएं की गयी है तथा गलत ढंग से निविदाओं को निर्धारण कर निविदाकर्ताओं को अवैध लाभ पहुंचाया गया है, जिसके कारण शासन को आर्थिक हानि कारित हुई है। प्रतिवेदन में यह भी पाया गया कि कुल निविदा राशि में लगभग 40 प्रतिशत की राशि लोकसेवक अधिकारीगणों को इस एवज में प्रदान किया गया तथा निजी कम्पनी के द्वारा निविदाओं पर 15 से 20 प्रतिशत अलग-अलग दरों से कमीशन प्राप्त किया गया है।

छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में डी. एम. एफ. में काफी अधिक मात्रा में वित्तीय अनियमितता की गई है तथा शासन को हानि कारित की गई है। प्रथम दृष्टया यह पाया गया है कि रानू साहू एवं अन्य लोकसेवकों के द्वारा लोकसेवक के रूप में पदस्थ होते हुए अपने – अपने पद का दुरूपयोग कर विभिन्न निविदाकर्ता संजय शेण्डे, अशोक कुमार अग्रवाल, मुकेश कुमार अग्रवाल, रिषभ सोनी एवं बिचौलिएं मनोज कुमार द्विवेदी, रवि शर्मा, पियूष सोनी, पियूष साहू, अब्दुल एवं शेखर के साथ मिलकर डी.एम. एफ. में विभिन्न प्रकार की निविदाओं के आबंटन में, बिल को पास कराने के लिए, किसी वस्तु के वास्तविक मूल्य से अधिक मूल्य के बिल प्राप्त किये गये थें तथा उनका भुगतान कराने में एवं इत्यादि में आपस में मिलकर आपराधिक षड़यंत्र कर निविदाकर्ताओं संजय शेण्डे, अशोक कुमार अग्रवाल, मुकेश कुमार अग्रवाल, रिषभ सोनी एवं बिचौलिए मनोज कुमार द्विवेदी, रवि शर्मा, पियूष सोनी, पियूष साहू, अब्दुल एवं शेखर को अवैध लाभ कारित करते हुए शासन को अवैध हानि कारित की गई जो प्रथम दृष्टया अपराध धारा 120 बी, 420 भा.द.वि. एवं धारा 7 एवं 12 भ्र.नि. अधि के तहत अपराध कारित किया जाना पाया जाता है।