Special Story

भगोरिया को राजकीय स्तर पर उत्सव के रूप में मनाएगी सरकार : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

भगोरिया को राजकीय स्तर पर उत्सव के रूप में मनाएगी सरकार : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivMar 4, 20258 min read

भोपाल।   मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भगोरिया…

छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से की सौजन्य मुलाकात

छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से की सौजन्य मुलाकात

ShivMar 4, 20251 min read

रायपुर।   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज यहां उनके निवास…

4 विकेट से जीतकर चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची इंडिया, विराट कोहली का कंगारुओं के सामने गरजा बल्ला

4 विकेट से जीतकर चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची इंडिया, विराट कोहली का कंगारुओं के सामने गरजा बल्ला

ShivMar 4, 20251 min read

दुबई।   चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल मुकाबले में भारत ने  ऑस्ट्रेलिया…

CGST और DRI की टीम ने निको इंडस्ट्रीज में नष्ट किया 1356 किलो गांजा

CGST और DRI की टीम ने निको इंडस्ट्रीज में नष्ट किया 1356 किलो गांजा

ShivMar 4, 20251 min read

रायपुर।  सीजीएसटी और डीआरआई रायपुर के अधिकारियों की टीम ने…

राजधानी रायपुर में यातायात सुधार को लेकर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने ली उच्च स्तरीय बैठक

राजधानी रायपुर में यातायात सुधार को लेकर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने ली उच्च स्तरीय बैठक

ShivMar 4, 20252 min read

रायपुर।   राजधानी रायपुर की यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने, सड़कों…

नर्मदा बेसिन से जुड़े सभी प्रोजेक्ट्स में गति लायें – मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

नर्मदा बेसिन से जुड़े सभी प्रोजेक्ट्स में गति लायें – मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivMar 4, 20252 min read

भोपाल।   मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि नर्मदा…

March 4, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

बाघ की धमक से दहशत में ग्रामीण, जंगल में जाना किया बंद, मवेशियों को भी छोड़ने से कतरा रहे…

बलरामपुर। बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर वन परिक्षेत्र में इन दोनों बाघ की धमक से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. बाघ अब तक किसान के एक बैल को मारने और एक बैल को बुरी तरह से घायल करने के साथ एक ग्रामीण पर हमला भी कर चुका है. आलम यह है कि बाघ की दहशत से लोगों ने जंगल जाना बंद कर दिया है, यहां तक मवेशियों को भी जंगल में नहीं छोड़ रहे हैं. 

बता दें कि क्षेत्र में बाघ के पैरों के निशान देखकर माहौल में संशय बना हुआ था, लेकिन वन विभाग ने फुट प्रिंट ट्रेस कर इस बात की पुष्टि कर दी है कि जंगल में मौजूद बाघ इधर-उधर विचरण कर रहा है. एक बैल के शिकार और एक बैल के बुरी तरह से घायल होने के बाद रही-सही कसर एक ग्रामीण ने कर दी, जिसे जंगल में बाघ ने हमला करने का प्रयास था, जिससे वह किसी तरह से बचने में कामयाब रहा.

बाघ के हमले से घायल बैल

वन विभाग अब क्षेत्र में मुनादी कराते हुए लोगों को जंगल में न जाने की सलाह दे रहा है. इसके साथ बाघ के हमले से मृत और घायल पशुओं के लिए मुआवजा प्रकरण भी बनाकर किसानों को देने की बात कह रहा है.