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शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पर्याप्त पेयजल व्यवस्था की जाएं : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

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ShivMar 28, 20257 min read

भोपाल।   मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने समाधान ऑनलाइन में आए…

प्रदेश के विश्वविद्यालय निरंतर बन रहे हैं सशक्त -मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

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ShivMar 28, 20253 min read

भोपाल।  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश…

मुश्किल वक्त में जरूरतमंद का सहारा है संबल योजना: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

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ShivMar 28, 20254 min read

भोपाल।  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि रोटी,…

March 28, 2025

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उपराष्ट्रपति धनखड़ ने विकसित संजीवनी धान के तीन इम्यूनोबूस्टर का किया लोकार्पण

रायपुर. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने विकसित संजीवनी धान के तीन इम्यूनोबूस्टर का लोकार्पण किया. राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन भी कार्यक्रम में शामिल हुए. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, कृषि मंत्री रामविचार नेताम भी साथ में मौजूद रहे.

कृषि विश्वविद्यालय में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छात्र-छात्राओं को संबोधित किया. 160 से अधिक फसलों को विकसित किया है. कृषि विकास में कृषि विश्वविद्यालय बड़ी भूमिका निभा रहा है. अनुसंधानों और उद्यमिता के विकास को प्रेरित किया है. कृषि विकास को नई ऊंचाइयों पर स्थापित करेंगे. किसानों के जीवन को खुशहाल और समृद्ध बनाएंगे. पीएम मोदी ने किसानों को खुशहाल जीवन की गारंटी दी है. राज्य सरकार की गारंटी है, किसानों की खुशी. 18 लाख पीएम आवास बनाने की स्वीकृति दी है.

पहली कैबिनेट बैठक में बजट में 3,799 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है. महिलाओं के लिए महतारी वंदन योजना लागू की जाएगी, 12 हजार रुपए सालाना महिलाओं को देंगे. मुख्यमंत्री ने कृषि विश्वविद्यालय के अधिकारियों से आग्रह किया कि कृषकों के लिए रणनीति बनाएं, ताकि किसानों का कल्याण हो सके.

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कुछ बातें है, जिससे देश में बदलाव आया है. हमारी सोच बदल गई है. आज का भारत जिस विकास के साथ आगे जा रहा है, दुनिया कह रही है कि भारत आज एक चमकते तारे की तरह है. हम हर क्षेत्र में वर्ल्ड लीडर हैं. सबसे अधिक डिजिटल ट्रांजेक्शन हमारे भारत में होते हैं. भारतीयता हमारी पहचान है और हमें गर्व है. कभी असफल होने के डर से किसी चीज को आगे नहीं बढ़ाएंगे तो आपका नुकसान कम और देश का नुकसान ज्यादा है. अगर आपने ठान ली तो बदलाव को कोई नहीं रोक पाएगा।

आगे उन्होंने कहा, कृषि में जितने स्टार्टअप की संभावना है, उसका इस्तेमाल करें आप. सभी बड़े-बड़े उद्योग इसी में जा रहे हैं. पहले कहा जाता था कि, स्काई इस द लिमिट. विकसित भारत 2047 हमारा सपना नहीं, हमारा लक्ष्य है. हम लक्ष्य की ओर तीव्रता से जा रहे हैं, मुख्यमंत्री से मैंने कई बातें की और इनका नाम देख लीजिए विष्णु देव, इनकी मदद कौन कर रहे है कौशल्या जी.