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सुशासन तिहार का असर: आवेदनों पर कार्रवाई शुरू, परिवहन विभाग ने विकास मिश्रा को जारी किया लर्निंग लाइसेंस

सुशासन तिहार का असर: आवेदनों पर कार्रवाई शुरू, परिवहन विभाग ने विकास मिश्रा को जारी किया लर्निंग लाइसेंस

ShivApr 18, 20251 min read

रायपुर।    मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देशानुसार सभी जिलों में…

April 18, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

उप राष्ट्रपति ने विश्वविद्यालय के अनुसंधान की सराहना की

रायपुर।     उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय परिसर में विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस के अवसर पर लगायी गई। विकास प्रदर्शनी में कृषि स्टार्ट अप, बायोटेक और कृषि विज्ञान केंद्र के विभिन्न स्टालों का निरीक्षण किया। इस दौरान धमतरी जिले के बगरूम नाला गांव से आईं प्रेमबाई कुंजाम और मिलन बाई उइके ने उप राष्ट्रपति श्री धनखड़ को बताया कि उनके समूह की महिलाएं नगरी दुबराज सुगंधित चावल का उत्पादन करती हैं। जिसका मूल्य 120 रूपये प्रति किलोग्राम है।

उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अलसी के डंठल से बने छत्तीसगढ़ लिलेन कपड़े में विशेष रूचि दिखायी। वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. के. पी. वर्मा ने बताया कि अलसी के डंठल जो अब तक बिलकुल भी उपयोगी नहीं थे अब इनसे ’वेस्ट टू वेल्थ’ अभियान के तहत कपड़ों का निर्माण किया जा रहा है। उपराष्ट्रपति ने इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय की प्रदर्शनी में लगे मूंगफली छिलाई यंत्र को अपने हाथों से संचालित किया एवं इसकी प्रशंसा भी की।

बस्तर जोन से लगाए गए लघु धान्य फसलों की प्रदर्शनी के निरीक्षण के दौरान उप राष्ट्रपति ने उत्सुकतावश फसलों की जानकारी ली। कृषि विज्ञान केंद्र कांकेर से आये डॉ. राहुल साहू ने उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ को बताया कि उनके साथ स्व सहायता समूह की 500 महिलाएं जुड़ी हुई हैं जो कोदो, कुटकी, रागी जैसी लघु धान्य फसलों का उत्पादन एवं प्रसंस्करण कर अपना जीवन यापन कर रही हैं। कृषि विज्ञान केंद्र कोरिया जिले के द्वारा लगाए गए स्टाल में उप राष्ट्रपति ने करमा जीराफुल चावल की जानकारी ली तथा साथ ले जाने की भी इच्छा जाहिर की।


जेनेटिक्स एन्ड प्लांट ब्रिडिंग विभाग के अध्यक्ष दीपक शर्मा ने उप राष्ट्रपति को कृषि विश्व विद्यालय में अनुसंधान से निर्मित चावल संजीवनी की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह चावल इम्युनिटी बूस्टर का काम करता है साथ ही कैंसररोधी है। उन्होंने उप राष्ट्रपति श्री धनखड़ को विश्वविद्यालय में अनुसंधान से निर्मित धान के अन्य प्रजातियों और बौनी किस्म की फसलों की भी जानकारी दी।

कृषि महाविद्यालय जगदलपुर के सदस्यों ने इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित केरा बस्तर नारियल की जानकारी देते हुए उप राष्ट्रपति को बताया कि यह प्रजाति छत्तीसगढ़ जैसे गैर परम्परागत क्षेत्र में उत्पादित की गयी है।

उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ ने स्टाल निरीक्षण के दौरान सीजी रायगढ़ हल्दी के द्वारा बनाये गए उत्पाद हल्दी पंचांग का भी अवलोकन किया। हल्दी पंचांग हल्दी के पांच अंगों जड़, कंद, पत्ता, पुष्प और तना से बना स्वत्व और चूर्ण है। जिसका उपयोग त्वचा और रक्तवाहिनी के रोगों के उपचार में किया जाता हैं।

मनोहर गौशाला के मैंनेजिंग ट्रस्टी पदम डाकलिया ने उप राष्ट्रपति श्री धनखड़ को कामधेनु सौम्या का छायाचित्र, गोबर से बने भगवान गणेश की प्रतिमा, गोबर से बने दीये, गोबर से बनी चटाई और गोबर से बने मनके की माला भेंट किया। उन्होंने उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ को बताया कि उनके पास अद्वितीय 27 लक्षणों से युक्त एक मात्र कामधेनु गाय है। उन्होंने अब तक 75 हजार किसानों को गौमूत्र एवं जैविक पदार्थों से बने निःशुल्क फसल अमृत का वितरण किया है। श्री डाकलिया ने उप राष्ट्रपति को बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गोबर से बनी चटाई भेंट की थी। उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ ने श्री डाकलिया के गौ सेवा एवं किसान हितैषी कार्यों की सराहना की।