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प्रो कबड्डी लीग की विजेता हरियाणा स्टीलर्स के खिलाड़ी संस्कार मिश्रा का गृह जिले में हुआ जोरदार स्वागत

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ShivDec 31, 20241 min read

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। मरवाही के छोटे से गांव भर्रीडांड़ के संस्कार मिश्रा…

डीएलएड प्रथम और द्वितीय वर्ष के नतीजे जारी, यहां देखें परिणाम

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ShivDec 31, 20241 min read

रायपुर। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल (CGBSE), रायपुर ने डीएलएड (द्विवर्षीय…

IAS अफसरों को मिला नए साल में पदोन्नति का तोहफा

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ShivDec 31, 20241 min read

रायपुर। राज्य शासन ने नए साल से पहले भारतीय प्रशासनिक…

उज्जैन को मूर्ति-शिल्प का केन्द्र बनाने के प्रयास किए जाएंगे : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

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ShivDec 31, 20243 min read

भोपाल।  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को उज्जैन में…

December 31, 2024

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वीर बाल दिवस : पत्रकारिता विश्वविद्यालय में भाषण प्रतियोगिता का आयोजन, लड़कियों ने मारी बाजी

रायपुर।    कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय में वीर बाल दिवस के अवसर पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. भाषण प्रतियोगिता में एमएससी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया प्रथम वर्ष की छात्रा खुशबू वर्मा ने प्रथम, बीएससी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया प्रथम वर्ष की छात्रा भूमिका साहू ने द्वितीय और बीएससी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया प्रथम वर्ष की छात्रा पारुल जायसवाल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बल्देव भाई शर्मा ने वीर बाल दिवस के अवसर पर आयोजित भाषण प्रतियोगिता में विजयी विद्यार्थियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं. इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक डॉ. नरेन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि दसवें सिक्ख गुरु गोविंद सिंह के पुत्रों साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की शहादत से हमें सत्य और धर्म की राह पर चलने की प्रेरणा मिलती है. उन्होंने विद्यार्थियों को असत्य के सामने कभी भी न झुकने का संदेश दिया.

डॉ. नृपेंद्र शर्मा ने अपने वक्तव्य में वीरता और साहस के महत्व पर बल देते हुए कहा कि यदि आप वीर और साहसी बनेंगे तो न केवल अपने जीवन में सफलता प्राप्त करेंगे, बल्कि दूसरों की सहायता भी कर पाएंगे. मनोबल बनाए रखना और किसी भी कठिनाई का सामना करना ही सच्ची वीरता है.

कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के पूर्व विद्यार्थी बलवंत खन्ना ने कहा कि किसी कार्य में पारंगत होना जितना जरूरी है, उससे ज्यादा बिगड़ी स्थिति को सुधारना है. यानी जीवन में कमियों को दूर करने का कौशल बहुत जरूरी है. इस मौके पर बलवंत खन्ना ने अपनी पुस्तक “है तो है” शिक्षकों और विद्यार्थियों को भेंट की. कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे.