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अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में पुलिसकर्मी समेत 2 की मौत, लोगों ने NH-30 पर किया चक्काजाम

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ShivFeb 24, 20252 min read

कोंडागांव/ कवर्धा।   छत्तीसगढ़ में सोमवार को सड़क दुर्घटनाओं का सिलसिला…

टमाटर के दाम सस्ते होने से किसानों की बढ़ी मुश्किलें, सड़क में फेंके कई क्विंटल टमाटर…

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ShivFeb 24, 20253 min read

जशपुर।  छत्तीसगढ़ में टमाटर की खेती करने वाले किसान खून…

पूर्व आईएएस डॉ. संजय अलंग का JNU में व्याख्यान, छत्तीसगढ़ के इतिहास और संस्कृति पर है विशेषज्ञता

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ShivFeb 24, 20251 min read

रायपुर। छत्तीसगढ़ के इतिहास और संस्कृति के विशेषज्ञ पूर्व आईएएस डॉ.…

सड़क दुर्घटना में तीन युवकों में से एक की मौत, तो इधर धान से भरे ट्रक में लगी आग

सड़क दुर्घटना में तीन युवकों में से एक की मौत, तो इधर धान से भरे ट्रक में लगी आग

ShivFeb 24, 20252 min read

सक्ती/दुर्ग। छत्तीसगढ़ के सक्ति और दुर्ग जिले में रविवार को…

हार्डवेयर दुकान में लगी भीषण आग, 50 से 60 लाख रुपये का सामान जलकर खाक

हार्डवेयर दुकान में लगी भीषण आग, 50 से 60 लाख रुपये का सामान जलकर खाक

ShivFeb 24, 20251 min read

सरगुजा। अंबिकापुर में बीती रात एक हार्डवेयर और पेंट की…

February 24, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

वेदांता कंपनी ने व्यावसायिक शिक्षकों को 4 महीने से नहीं दिया वेतन, समग्र शिक्षा प्रबंधक से गुहार के बावजूद नहीं निकला समाधान

रायपुर। पिछले चार महीनों से वेदांता कंपनी ने व्यावसायिक शिक्षकों का वेतन नहीं दिया है, जिससे वे आर्थिक और मानसिक तनाव का सामना कर रहे हैं। शिक्षकों ने समग्र शिक्षा के महाप्रबंधक से गुहार लगाई है, लेकिन वेतन रोकने का कोई प्रावधान नहीं होने के बावजूद इस समस्या का समाधान नहीं हुआ है। वेतन का भुगतान समय पर न होने के कारण शिक्षक आर्थिक और मानसिक तनाव का सामना कर रहे हैं।

शिक्षकों ने बताया कि हर साल ऐसा होता है; कभी पाँच महीने का, तो कभी छह महीने का वेतन रोका जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि समग्र शिक्षा के साथ हुए MOU का खुला उल्लंघन किया जा रहा है। इस पर कई बार आदेश जारी किए गए हैं, लेकिन कंपनी द्वारा इन आदेशों की अवहेलना की जा रही है इसलिए, शिक्षकों ने मांग की है कि वेदांता कंपनी को निष्कासित किया जाए और उनका लंबित वेतन शीघ्र भुगतान किया जाए। साथ ही, उन्होंने यह भी आग्रह किया कि उन्हें किसी अन्य कंपनी में समायोजित किया जाए ताकि वे अपने परिवार का भरण-पोषण अच्छे तरीके से कर सकें और व्यावसायिक शिक्षा में आ रही बाधाओं को दूर किया जा सके।