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उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने महतारी सिलाई केंद्र का किया शुभारंभ

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ShivApr 20, 20252 min read

रायपुर।  उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण…

महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना भाजपा सरकार की प्राथमिकता: सांसद बृजमोहन अग्रवाल

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ShivApr 20, 20251 min read

रायपुर।  रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने रविवार को राजधानी रायपुर…

कांग्रेस विधायक के पीएसओ ने सर्विस राइफल से खुद को मारी गोली, आत्महत्या का कारण अज्ञात…

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ShivApr 20, 20251 min read

बलौदाबाजार। भाटापारा कांग्रेस विधायक इंद्र साव की सुरक्षा में तैनात…

नौवीं की छात्रा से दुष्कर्म, गर्भवती होने पर हुआ खुलासा, शिक्षक समेत एक अन्य पर FIR दर्ज

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ShivApr 20, 20251 min read

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। स्कूल में मानवता को शर्मसार करने वाला एक सनसनीखेज…

April 20, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

टुटेजा कांकेर, ढेबर अंबिकापुर, सूर्यकांत जगदलपुर जेल में किये जाएंगे शिफ्ट…जानिए किस कारण कोर्ट ने दिया आदेश

रायपुर। छत्तीसगढ़ में आबकारी, कोयला और कस्टम मिलिंग के आरोपियों से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) की विशेष कोर्ट ने इन मामलों में जेल में बंद सभी आरोपियों को राज्य की विभिन्न जेलों में स्थानांतरित करने का आदेश दिया है। यह निर्णय रायपुर जेल में इन आरोपियों के एक साथ रहने के कारण मिली शिकायतों पर आधारित है, जिसमें आरोप लगाया गया था कि वे एक सिंडिकेट चला रहे थे और VIP ट्रीटमेंट का लाभ उठा रहे थे।

प्रवर्तन निदेशालय (ED) के वकील सौरभ कुमार पांडे ने बताया कि प्रदेश के बहुचर्चित कोयला, शराब और कस्टम मिलिंग घोटाले में जेल में बंद आरोपियों के जेल ट्रांसफर का आवेदन आया था, जिसके बाद आरोपियों को अलग-अलग जेल में ट्रांसफर किया गया है। शराब घोटाले के आरोपी अनवर ढेबर को अंबिकापुर, अरुणपति त्रिपाठी को सेंट्रल जेल जगदलपुर, अनिल टुटेजा को सेंट्रल जेल कांकेर, मनोज सोनी को दंतेवाड़ा और सूर्यकांत तिवारी को जगदलपुर जेल में भेजने का आदेश स्पेशल कोर्ट ने पारित किया है।

गौरतलब है कि इससे पहले कई बार ऐसा देखने को मिला है कि विचाराधीन बंदी बीमार होने की बात कहकर बाहर अस्पताल नहीं, बल्कि होटल में पाए जाते थे। इस प्रकार की गतिविधियां जेल में भी संचालित हो रही थीं, ऐसी आशंकाएं थीं। इस तरह की गतिविधियों को रोकने के लिए इन्हें अलग किया गया है। पहले जानकारी मिली थी कि जेल में इन्हें अतिरिक्त सुविधाएं दी जा रही थीं। इस प्रकार कोई सिंडिकेट न चल जाए, इसे देखते हुए यह फैसला लिया गया है।