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April 19, 2025

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जो कहेंगे सच कहेंगे

बिजली कटौती से परेशान किसान ने की आत्महत्या, कांग्रेस की जांच टीम ने परिजनों से की मुलाकात, विधायक ने जिला प्रशासन के दावों पर उठाए सवाल

महासमुंद। जिले के ग्राम सिघनपुर में बीते मंगलवार को एक किसान ने अपने खेत में नीम के पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक किसान के बेटे ने बताया कि लगातार बिजली कटौती के कारण फसल बर्बाद हो गई थी, जिससे परेशान होकर किसान ने यह कदम उठाया। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कांग्रेस ने खल्लारी विधायक द्वारिकाधीश यादव के नेतृत्व में एक जांच कमेटी गठित की, जिसने आज मौके पर पहुंचकर मृतक किसान के परिजनों से मुलाकात की और पूरे हालात की जानकारी ली।

जांच टीम ने लिया जायजा, परिजनों से की बातचीत

कांग्रेस की जांच टीम ने सिघनपुर पहुंचकर मृतक किसान के परिवार से बातचीत की और आत्महत्या के पीछे के कारणों की जानकारी ली। इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि गांव में लगातार बिजली कटौती और लो वोल्टेज की समस्या बनी हुई है, जिससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है।

विधायक द्वारिकाधीश यादव का बड़ा बयान

जब कांग्रेस की जांच टीम से खल्लारी विधायक द्वारिकाधीश यादव से सवाल किया गया कि जिला प्रशासन का कहना है कि यह आत्महत्या बिजली की समस्या के कारण नहीं हुई, तब उन्होंने बड़ा बयान देते हुए कहा, “इस गांव के किसी भी किसान से पूछ लीजिए, लेकिन वह भाजपा का सदस्य न हो। यदि वह कह दे कि लो वोल्टेज और बिजली कटौती का मामला नहीं है, तो मैं राजनीति से आज और अभी संन्यास ले लूंगा।”

जिला प्रशासन के दावों पर उठे सवाल

कांग्रेस की जांच टीम और ग्रामीणों के बयान जिला प्रशासन के दावे पर सवाल खड़े कर रहे हैं। प्रशासन का कहना है कि गांव में बिजली आपूर्ति सामान्य है और लो वोल्टेज की समस्या नहीं है, लेकिन ग्रामीणों और किसान के परिवार का दावा है कि बिजली कटौती से फसल बर्बाद हो गई थी, जिससे किसान मानसिक तनाव में था।

अब आगे क्या?

कांग्रेस की जांच टीम इस पूरे मामले की रिपोर्ट तैयार कर पार्टी नेतृत्व को सौंपेगी। वहीं, प्रशासन के दावे और कांग्रेस के आरोपों के बीच इस मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। देखना होगा कि सरकार इस पर क्या कदम उठाती है और क्या किसान की आत्महत्या के पीछे सच में बिजली कटौती जिम्मेदार थी या नहीं।