स्वस्थ तन मन के लिए योगाभ्यास की हमारी प्राचीन विरासत को आज पूरी दुनिया अपना रही – राज्यसभा सांसद देवेन्द्र प्रताप सिंह
रायपुर- 21 जून को दसवां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। रायगढ़ के बोईर दादर स्टेडियम में प्रातः 07 बजे से राज्यसभा सांसद देवेन्द्र प्रताप सिंह के मुख्य आतिथ्य में सामूहिक योगाभ्यास प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम में योग प्रशिक्षकों द्वारा विभिन्न आसनों और प्राणायाम का अभ्यास कराया गया। जिला पंचायत अध्यक्ष निराकार पटेल, कलेक्टर कार्तिकेया गोयल, पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल, सीईओ जिला पंचायत जितेन्द्र यादव, डीएफओ स्टाइलो मंडावी, एडीएम संतन देवी जांगडे, अपर कलेक्टर राजीव पांडेय उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद देवेन्द्र प्रताप सिंह ने सभी को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि ’स्वयं और समाज के लिए योग’ इस वर्ष योग दिवस का थीम है। शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक कल्याण को बढ़ावा देने के लिए यह थीम रखा गया है। योग की परंपरा अत्यंत प्राचीन है। सदियों से स्वस्थ तन मन के लिए योगाभ्यास किया जा रहा है, जिसे आज पूरी दुनिया अपना रही है। योग दिवस के आयोजन का इतिहास देखें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस आयोजन की अवधारण यूनाइटेड नेशन में रखा था। जिसके फलस्वरूप आज पूरी देश दुनिया में यह आयोजन किया जाता है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में पूरे प्रदेश में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का यह कार्यक्रम पूरे उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। उन्होंने योग से रायगढ़ शहर के पुराने जुड़ाव का एक संस्मरण साझा करते हुए बताया कि आज से करीब 50 वर्ष पूर्व सन 1967 में पंचम अंतर्राष्ट्रीय योग सम्मेलन का आयोजन रायगढ़ शहर में हुआ था।
निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर व आयुर्वेदिक काढ़ा वितरण, उद्यानिकी विभाग ने बांटे पौधे
योगाभ्यास कार्यक्रम के द्वारा यहां स्वास्थ्य विभाग द्वारा निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया गया था। जहां बीपी, शुगर जांच के साथ दवा वितरण किया गया। आयुष विभाग द्वारा इस मौके पर स्वास्थ्य लाभ हेतु आयुर्वेदिक काढ़ा का वितरण किया गया। मानसून में पौधरोपण को बढ़ावा देने योगाभ्यास के लिए पहुंचे शहरवासियों को उद्यानिकी विभाग द्वारा निःशुल्क मुनगा और बिही के पौधे बांटे गए।
बच्चों ने योग मुद्राओं का किया प्रदर्शन
कार्यक्रम में आयुष विभाग द्वारा संचालित योग प्रशिक्षण केन्द्र के बच्चों ने विभिन्न आसनों का प्रदर्शन किया गया। बच्चों द्वारा कठिन योगमुद्राओं का भी मोहक प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों द्वारा सभी बच्चों को सम्मानित किया गया।