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मुख्यमंत्री श्री साय से सांसद नवीन जिंदल ने की सौजन्य मुलाकात

मुख्यमंत्री श्री साय से सांसद नवीन जिंदल ने की सौजन्य मुलाकात

ShivMay 8, 20251 min read

रायपुर।    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज मुख्यमंत्री निवास…

May 8, 2025

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नरेंद्र मोदी स्टेडियम को बम से उड़ाने की धमकी, PAK से आया ईमेल, लिखी ये एक लाइन

अहमदाबाद।   पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने मंगलवार देर रात पाकिस्तान और PoK में आतंकियों के 9 ठिकानों पर एयर स्ट्राइक कर उन्हें जमींदोज कर दिया। इस हमले के बाद अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। दरअसल, गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन (GCA) को एक धमकी भरा ईमेल मिला है, जिसमें कहा गया है कि ‘हम आपके स्टेडियम को उड़ा देंगे’। यह ईमेल कथित रूप से ‘पाकिस्तान’ के नाम से भेजा गया है, जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है।

बता दें कि धमकी मिलने के बाद GCA ने तुरंत इसकी जानकारी पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को दी। साइबर क्राइम टीम ने जांच शुरू कर दी है और मेल की सोर्स ट्रेस की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि वे यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यह मेल कहां से और किसने भेजा।

इस धमकी को लेकर चिंताएं इसलिए भी बढ़ गई हैं क्योंकि ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के बाद यह ईमेल सामने आया है और इसी हफ्ते नरेंद्र मोदी स्टेडियम में दो बड़े IPL मैच खेले जाने हैं। 14 मई को गुजरात टाइटन्स और लखनऊ सुपर जायंट्स के बीच मुकाबला है, जबकि 18 मई को गुजरात टाइटन्स का सामना चेन्नई सुपर किंग्स से होना है।

पूरी स्थिति पर हमारी नजर – GCA

GCA के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वे पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के लगातार संपर्क में हैं। BCCI और IPL की आयोजन समिति को भी इस धमकी की जानकारी दे दी गई है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि स्थिति पर पूरी निगरानी रखी जा रही है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी तैयारियां कर ली गई हैं।

दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है नरेंद्र मोदी स्टेडियम

गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी स्टेडियम दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है, जिसमें 1 लाख 32 हजार दर्शकों के बैठने की क्षमता है। ऐसे में किसी भी तरह की लापरवाही भारी पड़ सकती है। स्टेडियम और उसके आसपास के इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और बम स्क्वॉड से लेकर डॉग स्क्वॉड तक तैनात किए गए हैं।

इस घटना ने एक बार फिर खेल आयोजनों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। फिलहाल सभी की निगाहें इस पर हैं कि जांच एजेंसियां इस ईमेल के पीछे किसका हाथ होने का पता कब तक लगाती हैं।