Special Story

सुशासन तिहार में भारती देवांगन को मिला तत्काल श्रमिक कार्ड

सुशासन तिहार में भारती देवांगन को मिला तत्काल श्रमिक कार्ड

ShivApr 18, 20252 min read

रायपुर।   सुशासन तिहार में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जनसरोकार…

आरक्षक से मारपीट, फरार तीन आरोपी दुर्ग से गिरफ्तार, भेजे गए जेल

आरक्षक से मारपीट, फरार तीन आरोपी दुर्ग से गिरफ्तार, भेजे गए जेल

ShivApr 18, 20252 min read

खैरागढ़।  साईं मंदिर के पास एक आरक्षक से मारपीट और…

हार्डवेयर व्यापारी के लाइसेंसी पिस्टल से चली गोली, ऑटो पार्ट्स दुकान संचालक की हालत गंभीर, इलाज जारी…

हार्डवेयर व्यापारी के लाइसेंसी पिस्टल से चली गोली, ऑटो पार्ट्स दुकान संचालक की हालत गंभीर, इलाज जारी…

ShivApr 18, 20251 min read

दंतेवाड़ा।  छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में एक व्यापारी की लाइसेंसी पिस्टल…

April 18, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

छत्तीसगढ़ की इन नामचीन स्टील कंपनियों को गुणवत्ताहीन मटेरियल सप्लाई पर मिला नोटिस, NHAI ने मांगा जवाब

रायपुर- छत्तीसगढ़ की चार बड़ी स्टील कंपनियों श्री बजरंग पॉवर एंड इस्पात, हीरा स्टील, श्री नाकोड़ा और एमएसपी स्टील एंड पॉवर को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने नोटिस जारी किया है. इन कंपनियों ने एनएचएआई के अलग-अलग प्रोजेक्ट में स्टील मटेरियल सप्लाई किया था. जो गुणवत्ता मानकों में खरे नहीं उतरे, जिसके बाद कंपनियों को शोकाज नोटिस जारी कर 15 दिन के भीतर जवाब मांगा है. 

एनएचएआई के नोटिस के तहत श्री बजरंग पॉवर एंड इस्पात कंपनी को महाराष्ट्र में सिक्स लेन रोड के काम में टीएमटी सप्लाई का काम मिला था. हीरा स्टील को मध्यप्रदेश में एनएच 146 में टीएमटी सप्लाई का काम मिला था. नाकोडा इस्पात को तमिलनाडु के एनएच 45 सी के निर्माण के लिए टीएमटी बार सप्लाई करना था. रायगढ़ की एमएसपी स्टील को कर्नाटक में एनएच 169 के तहत भारतमाला प्रोजेक्ट के लिए टीएमटी सप्लाई का काम मिला था.

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने देशभर की 11 कंपनियों को नोटिस जारी किया है. इनमें छत्तीसगढ़ की चार कंपनियां भी शामिल हैं, जिन्हें भेजे नोटिस में सवाल किया गया है कि आपके इन गुणवत्ताहीन मटेरियल सप्लाई करने पर क्यों न आपके फर्म को सप्लाई के मिले अधिकार को सस्पेंड कर दिया जाए.

NHAI ने एक्रीडिटेशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एंड कैलिब्रेशन लेबोरेटरीज (NABL) से मान्यता प्राप्त लैब में टेस्ट कराया था. इसे थर्ड पार्टी टेस्ट कहा जाता है. लैब में मटेरियल का कैमिकल कंपोजिशन टेस्ट किया गया, जो मानकों के तहत नहीं पाया गया. लैब की रिपोर्ट के आधार पर ही अथॉरिटी ने शो कॉज नोटिस का कदम उठाया है.