रिमांड के दौरान कैदी की मौत मामले पर मचा बवाल, परिजनों ने लगाये फर्जी मुकदमे के आरोप, कांग्रेस ने भी खोला मोर्चा

बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में ज्यूडिशियल रिमांड के दौरान एक कैदी की मौत से हड़कंप मच गया है। मृतक की पहचान उमेंद्र बघेल के रूप में हुई है, जिसे अवैध शराब निर्माण और बिक्री के मामले में गिरफ्तार किया गया था। घटना के बाद प्रशासनिक हलकों से लेकर राजनीतिक गलियारों तक हलचल मच गई है।
कैसे हुई घटना?
पलारी थाना पुलिस ने 8 जून को ग्राम खैरी में दबिश देकर महुआ शराब बनाने और बेचने के आरोप में 5 लोगों को गिरफ्तार किया था। इन्हें ज्यूडिशियल रिमांड पर जेल भेजा गया था। इसी दौरान आरोपी उमेंद्र बघेल की तबीयत बिगड़ी, जिसे जिला अस्पताल लाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
एएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि मौत के कारणों की न्यायिक जांच करवाई जा रही है और तीन डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम किया है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद मौत की असल वजह स्पष्ट हो पाएगी।
पत्नी ने लगाए गंभीर आरोप
मृतक की पत्नी शकुंतला बघेल ने आरोप लगाया कि उसका पति केवल शराब पीने गया था, लेकिन पुलिस ने उसे झूठे मामले में फंसा दिया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने “तबीयत खराब” बताकर घर से बुलाया और बाद में उन्हें पति की मौत की खबर दी गई।
कांग्रेस नेताओं ने जताई संवेदना, की मुआवजे की मांग
घटना के बाद कसडोल विधायक संदीप साहू और जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुमित्रा घृतलहरे जिला अस्पताल पहुंचकर मृतक के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें ढांढस बंधाया। बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता भी मौके पर मौजूद रहे।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने ऐलान किया कि परिजनों को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस एक जांच कमेटी गठित करेगी, जो पूरे मामले की पड़ताल करेगी। विधायक संदीप साहू ने मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की भी मांग की है।