Special Story

राजधानी में 8 साल की मासूम के साथ दुष्कर्म, रिश्तेदार आरोपी गिरफ्तार

राजधानी में 8 साल की मासूम के साथ दुष्कर्म, रिश्तेदार आरोपी गिरफ्तार

ShivMay 14, 20251 min read

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में रिश्ते को तार-तार करने वाला…

प्रायवेट को पीछे छोड़ेंगे सरकारी स्कूल: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

प्रायवेट को पीछे छोड़ेंगे सरकारी स्कूल: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivMay 13, 20253 min read

भोपाल।    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि…

May 14, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

…तो EVM की जगह बैलेट पेपर से होगा लोकसभा चुनाव! जमीन पर दिख रहा पूर्व CM भूपेश बघेल का मास्टर प्लान

राजनांदगांव- लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहा है. सियासी दल जाल बुनने में लग गए हैं. नेता वो हर फार्मूले की तलाश में हैं, जो उन्हें जीत के करीब लेकर जाएं. ऐसा ही एक फार्मूला पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कुछ दिनों पहले अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दिया था. भूपेश बघेल ने खुले मंच से कार्यकर्ताओं से कहा था कि, चुनाव ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से हो सकते हैं. इन सबके बीच राजनांदगांव लोकसभा सीट में एक दिन में 200 से अधिक लोगों ने नामांकन पत्र खरीदा है. ऐसे में ये माना जा रहा है कि बैलेट पेपर से लोकसभा चुनाव कराने की मंशा है।

बता दें कि, बुधवार यानी 3 अप्रैल को राजनांदगांव लोकसभा सीट से 210 लोगो ने नामांकन फार्म खरीदा है. कल 4 अप्रैल को नामांकन का आखरी दिन है. इस सीट पर दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होना है. ऐसे में नामांकन भरने की अंतिम डेट से पहले लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए फार्म लेने के लिए जिला कलेक्टर कार्यालय में लम्बी लाइन देखने को मिली. जानकारी के अनुसार, अब तक 19 आवेदन चुनाव आयोग में प्रत्याशियों ने जमा करवा दिया है.

जानकारी तो ये भी सामने आ रही है कि भूपेश बघेल ने 400 से अधिक नामांकन भरवाने की रणनीति बनाई है. ऐसे में कार्यकर्ताओं को ज्यादा से ज्यादा नामांकन फार्म खरीदने को कहा गया है. इतना ही नहीं भूपेश बघेल ने दुर्ग के कार्यकर्ताओं से भी यही बात कही है.

दरअसल, कुछ दिनों पहले पाटन में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दुर्ग जिले के पाटन से विधायक और राजनांदगांव से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी भूपेश बघेल ने बड़ा बयान दिया था. भूपेश बघेल ने कार्यकर्ताओं से कहा था कि, चुनाव ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से हो सकते हैं. लेकिन इसके लिए कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को तैयार रहना होगा. सभी कार्यकर्ता चुनाव के लिए नामांकन करेंगे तो ईवीएम की संख्या कम पड़ जाएगी और ऐसे में यदि एक सीट से 384 से अधिक प्रत्याशी हुए तो वहां चुनाव ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव होगा. ऐसे में कांग्रेस की जीत निश्चित है.