Special Story

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बलदाकछार में दी कई सौगातें: महानदी में होगा तटबंध निर्माण, चौक में लगेगी हाई मास्ट लाइट

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बलदाकछार में दी कई सौगातें: महानदी में होगा तटबंध निर्माण, चौक में लगेगी हाई मास्ट लाइट

ShivMay 9, 20252 min read

रायपुर।   प्रदेशव्यापी सुशासन तिहार अंतर्गत मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बलौदाबाजार…

हनुमान मंदिर से मूर्ति चोरी, हिंदू संगठनों में आक्रोश, जांच में जुटी पुलिस

हनुमान मंदिर से मूर्ति चोरी, हिंदू संगठनों में आक्रोश, जांच में जुटी पुलिस

ShivMay 9, 20252 min read

पथरिया। मुंगेली जिले के लछनपुर मार्ग पर स्थित दक्षिण मुखी…

DMF घोटाले में बड़ी कार्रवाई : ACB-EOW ने 4 अफसरों को किया गिरफ्तार, सभी 13 मई तक रिमांड पर भेजे गए, करोड़ों के गबन का आरोप

DMF घोटाले में बड़ी कार्रवाई : ACB-EOW ने 4 अफसरों को किया गिरफ्तार, सभी 13 मई तक रिमांड पर भेजे गए, करोड़ों के गबन का आरोप

ShivMay 9, 20252 min read

रायपुर।  छत्तीसगढ़ में डीएमएफ घोटाला मामले में एसीबी/ईओडब्ल्यू ने बड़ी…

भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच AIIMS दिल्ली में सभी अधिकारियों की छुट्टियां रद्द, आदेश जारी…

भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच AIIMS दिल्ली में सभी अधिकारियों की छुट्टियां रद्द, आदेश जारी…

ShivMay 9, 20251 min read

नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनावपूर्ण हालात को…

May 9, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

अबूझमाड़ की महिलाओं ने कलेक्टर को भेजी राखी, शाला भवन और आंगनबाड़ी के साथ मांगा पीने का पानी…

नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ कहे जाने वाले नारायणपुर जिला के ग्राम कुंडोली की महिलाओं ने इस रक्षाबंधन पर कलेक्टर को राखी के साथ पत्र भेजा है. पत्र में लिखा है कि “आप हमारे बड़े भैया से भी बढ़कर हैं.” उन्होंने इसके साथ विश्वास जताया है कि कलेक्टर महोदय उनकी राखी को स्वीकार कर सौगात के तौर पर गांव की बुनियादी समस्याओं का समाधान करेंगे. 

गांव की मां अन्नपूर्णा महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने कलेक्टर विपिन मांझी को राखी के साथ भेजे पत्र में गांव की बुनियादी समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित किया है. आदिवासी महिलाओं ने बताया कि उनका गांव जिला मुख्यालय से काफी दूर स्थित है, और यहां तक पहुंचना बहुत कठिन है.

उन्होंने बताया कि गांव में पिछले 14 वर्षों से शाला भवन की कमी के कारण बच्चों को झोपड़ी में पढ़ाई करनी पड़ रही है. इसके अलावा गांव में पीने के पानी की भी गंभीर समस्या है, जिससे ग्रामीणों को कठिनाई का सामना करना पड़ता है. इसके साथ महिलाओं ने आंगनबाड़ी की सुविधा की भी मांग की है, जो कि बच्चों के पोषण और शिक्षा के लिए अति आवश्यक है.

बता दें कि कुंडोली गांव नक्सल प्रभावित और पहुंचविहीन इलाका है, जहां आज भी लोग बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं. रक्षाबंधन पर गांव की महिलाओं ने कलेक्टर को पत्र लिखकर अपने बेटे-बेटियों, याने कलेक्टर से अपने भांजे-भांजियों के लिए शाला भवन, पीने क पानी और आंगनबाड़ी की सुविधा की मांग की है. आदिवासी महिलाओं की यह अनोखी पहल क्या रंग लाती है, यह भविष्य के गर्भ में छिपा है.