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मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सांदीपनी और जवाहर नवोदय विद्यालय भवन का किया लोकार्पण

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ShivJun 6, 20254 min read

भोपाल।  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा आज रतलाम जिले को…

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की मुलाकात

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ShivJun 6, 20254 min read

नई दिल्ली।  छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शुक्रवार को…

संवेदनशील फिल्मकार अभिनेता चम्पक बैनर्जी द्वारा की गई”लाल पहाड़….बोस द मिसिंग फाईल्स’ की रचना

संवेदनशील फिल्मकार अभिनेता चम्पक बैनर्जी द्वारा की गई”लाल पहाड़….बोस द मिसिंग फाईल्स’ की रचना

ShivJun 6, 20253 min read

मुंबई।  “लाल पहाड़….बोस द मिसिंग फाईल्स” एक संवेदनशील कहानी और पटकथा…

खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने की विभागीय कार्यों की समीक्षा

खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने की विभागीय कार्यों की समीक्षा

ShivJun 6, 20253 min read

रायपुर। खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने आज मंत्रालय महानदी भवन…

June 7, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

स्वामी रामकृष्ण परमहंस की शिक्षाएं समाज के लिए अनमोल धरोहर – मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर।    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने त्याग और तपस्या की प्रतिमूर्ति स्वामी रामकृष्ण परमहंस की जयंती पर उन्हें सादर नमन किया है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि स्वामी रामकृष्ण परमहंस भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिक चेतना के दैदीप्यमान प्रकाश स्तंभ थे। उन्होंने अपने जीवन के माध्यम से भक्ति, प्रेम, त्याग और मानवता के उच्च आदर्शों को चरितार्थ किया। वे मानते थे कि सभी धर्मों का सार प्रेम, न्याय और परोपकार में निहित है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि स्वामी रामकृष्ण परमहंस ने तपस्या, सत्संग, स्वाध्याय और साधना को जीवन का अभिन्न अंग मानते हुए आध्यात्मिक जागरण पर बल दिया। उनके विचारों से प्रेरित होकर स्वामी विवेकानंद ने संपूर्ण विश्व को भारतीय संस्कृति के आध्यात्मिक जीवनमूल्यों का परिचय कराते हुए मानव सेवा का संदेश दिया।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि स्वामी रामकृष्ण परमहंस मानवता के सच्चे उपासक थे। उनका जीवन, त्याग और आध्यात्मिक दर्शन संपूर्ण समाज के लिए प्रेरणास्रोत हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने आह्वान किया कि हम सभी स्वामी रामकृष्ण परमहंस के आदर्शों को आत्मसात कर मानवता की सेवा में अपना बहुमूल्य योगदान दें, जिससे समाज में प्रेम, शांति और सद्भावना का विस्तार हो और हर व्यक्ति परस्पर सम्मान, करुणा और सहयोग की भावना से प्रेरित होकर एक समरस और सौहार्दपूर्ण समाज के निर्माण में अपनी भूमिका निभा सके।