Special Story

601 से ज्यादा दिव्यांग जनों के उम्मीद की किरण बना नारायण सेवा संस्थान का निःशुल्क कैम्प

601 से ज्यादा दिव्यांग जनों के उम्मीद की किरण बना नारायण सेवा संस्थान का निःशुल्क कैम्प

ShivApr 14, 20254 min read

रायपुर। नारायण सेवा संस्थान, उदयपुर के तत्वावधान में रविवार को…

छत्तीसगढ़ से प्रयागराज जा रही बस एमपी में पलटीः घायल यात्री अस्पताल में भर्ती, ये रही हादसे की वजह

छत्तीसगढ़ से प्रयागराज जा रही बस एमपी में पलटीः घायल यात्री अस्पताल में भर्ती, ये रही हादसे की वजह

ShivApr 14, 20251 min read

शहडोल। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से प्रयागराज जा रही बस मध्यप्रदेश…

April 14, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

बोर्ड के रिजल्ट का तनाव बना साइबर अपराधियों का नया हथियार, पास कराने का झांसा देकर कर रहे ठगी, पुलिस ने जारी की एडवाइजरी

रायपुर। बोर्ड परीक्षाएं खत्म हो चुकी हैं और बच्चे रिजल्ट का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। लेकिन इसी वक्त साइबर ठग भी एक्टिव हो गए हैं और इस बार उनका निशाना हैं बच्चे, पालक और शिक्षक। इसके मद्देनजर छत्तीसगढ़ पुलिस ने बच्चों और पालकों को ठगी से बचाने के लिए सतर्कता बरतने की अपील की है।

बता दें कि साइबर ठग खुद को शिक्षा विभाग का अधिकारी बताकर फोन करते हैं और कहते हैं कि वे आपके बच्चे के नंबर बढ़ा सकते हैं, फेल को पास करा सकते हैं या कंप्यूटर सिस्टम में डेटा बदल सकते हैं। सुनने में भले ही ये सब लुभावना लगे, लेकिन असलियत में यह एक ठगी है। ये लोग फीस या चार्ज के नाम पर बैंक अकाउंट, UPI डिटेल्स या OTP मांगते हैं और फिर खाते से पैसे गायब कर देते हैं।

हालांकि, राहत वाली बात यह है कि छत्तीसगढ़ की साइबर पुलिस इन पर कड़ी निगरानी रख रही है, लेकिन इसके बावजूद सावधानी भी ज़रूरी है। अगर आपको या आपके बच्चे को ऐसा कोई कॉल, मैसेज या लिंक मिले तो सबसे पहले उसे नजरअंदाज करें। ऐसे किसी कॉल का जवाब न दें, किसी लिंक पर क्लिक न करें और अपनी बैंकिंग जानकारी जैसे OTP या UPI किसी के साथ साझा न करें। कोई संदेह हो तो सीधे अपने स्कूल या परीक्षा केंद्र से बात करें।

साइबर हेल्पलाइन नंबर पर कर सकते है शिकायत

छत्तीसगढ़ पुलिस ने अपील की है कि अगर आपने गलती से इन ठगों का कॉल उठा लिया हो या उनकी ओर से भेजे हुए लिंक को खोल लिया हो, तो घबराने की जरूरत नहीं है। आप फौरन साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें और नजदीकी पुलिस थाने में इसकी सूचना दें। आपकी सतर्कता ही आपके पैसे और बच्चों की सुरक्षा का सबसे बड़ा हथियार है।