Special Story

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से तमिलनाडु के किसानों ने की सौजन्य भेंट

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से तमिलनाडु के किसानों ने की सौजन्य भेंट

ShivMar 12, 20253 min read

रायपुर।   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज विधानसभा स्थित उनके…

गौशाला में गायों की मौत : कांग्रेस ने बनाई तीन सदस्यीय जांच समिति, वरिष्ठ नेता धनेंद्र साहू को बनाए गए संयोजक

गौशाला में गायों की मौत : कांग्रेस ने बनाई तीन सदस्यीय जांच समिति, वरिष्ठ नेता धनेंद्र साहू को बनाए गए संयोजक

ShivMar 12, 20252 min read

रायपुर। गरियाबंद जिले के फिंगेश्वर विकासखण्ड के ग्राम कोपरा स्थित शिवबाबा…

तहसील कार्यालय में किसान ने खाया जहर, न्याय में देरी से था परेशान, प्रशासन पर उठे सवाल…

तहसील कार्यालय में किसान ने खाया जहर, न्याय में देरी से था परेशान, प्रशासन पर उठे सवाल…

ShivMar 12, 20253 min read

बलौदाबाजार।  छत्तीसगढ़ के एक अन्नदाता ने प्रशासन के लेट-लतीफी के…

March 12, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

धान निष्पादन से 8000 करोड़ का राज्य सरकार को होगा घाटा, विपक्ष ने सदन में उठाया मुद्दा, नहीं हुई स्थगन पर चर्चा, तो किया वाकआउट

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र के 11वें दिन धान निष्पादन पर विपक्ष स्थगन प्रस्ताव लेकर आया. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने धान की नीलामी से प्रदेश को 8 हजार करोड़ रुपए के नुकसान की बात उठाई. स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा नहीं होने पर विपक्ष ने वॉकआउट किया.

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्थगन प्रस्ताव पर कहा कि सरकार ने स्वीकार किया कि धान की नीलामी होगी. पिछले समय भी धान का निष्पादन नहीं हो पाया था. धान नीलामी से छत्तीसगढ़ को करीब 8 हजार करोड़ का आर्थिक नुकसान होगा. उन्होंने इसे छत्तीसगढ़ के खिलाफ केंद्र का उपेक्षापूर्ण रवैया बताया.

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की चार इंजन की सरकार कुछ नहीं कर पाई है. आने वाले वर्ष में घाटा लगा तो धान खरीदी प्रभावित होगी. इसके साथ ही उन्होंने धान खरीदी के लिए राज्य सरकार को केंद्र सरकार से अनुरोध करने की बात कही.

नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत ने स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान धान की नीलामी से प्रदेश को करीब 8 हजार रुपए रुपए के नुकसान की बात दोहराते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के किसानों, गरीबों को हक की राशि मिलनी चाहिए. सोच बदलने के लिए विपक्ष ने सरकार का ध्यान आकर्षित किया था.