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November 16, 2024

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त्रिगुण पावन पर्व, वैशाख पूर्णिमा, बुद्ध जयंती डॉ राजेन्द्र नगर, रायपुर में हर्षोल्लास से मनाई गई


रायपुर।   पंचशील बौद्ध संघ , डॉ राजेन्द्र नगर रायपुर के तत्वाधान में 23 मई को त्रिगुण पावन पर्व, वैशाख पूर्णिमा, बुद्ध जयंती पंचशील बुद्ध विहार में मनाई गई। 2568 वीं बुद्ध जयंती के अवसर पर बुद्ध की करूणा से प्रेरित होकर 12 मई को निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।

जिसमें अपनी निशुल्क सेवा प्रदान की डॉ कल्पना सुखदेवे ( स्त्री रोग विशेषज्ञ), डॉ के के सहारे (ENT स्पेशलिस्ट, जनरल फिजीशियन, इमलीडीह, रायपुर), डॉ आलोक रागासे(डेन्टीस्ट), डॉ राजेन्द्र निराला ( सायकाट्रिस्ट), आयु शरद उके ( एक।युप्रेशर चिकित्सक), आयु विनायक बन्सोड, आयु ओ पी मेश्राम, आयु रंजन देव ( वेब टेक्नीशियन) 19 मई को बच्चों के लिए चेस एवं कैरम प्रतियोगिता कराई गई।

23 मई को सुबह से ही कर्णमधुर ध्वनि में बुद्ध वाणी के प्रसारण से संपूर्ण राजेन्द्र नगर बुद्ध मय हो गया। सुबह 9.00 बजे से पूज्य भन्ते महानाम द्वारा सभी उपासक उपासिकाओं ने त्रिशरण पंचशील ग्रहण किया। परित्राण पश्चात धम्म देशना दी गई। परित्राण का अर्थ बताया गया। सम्पूर्ण दुखों से मुक्ति, भय से मुक्ति, मैत्री करुणा के साथ भाईचारा बनाने का मार्ग। विश्व में अमन,चैन, मानवता और शांति प्रतिस्थापित करनें का सरल, सहज मार्ग ही बुद्ध धम्म है। धम्म देशना पश्चात राजेन्द्र नगर के चौक चौराहों पर खीर पुरी युवा एवं महिलाओं द्वारा वितरित किया गया।

बुध्दम शरणम् गच्छामि, धम्मम् शरणम् गच्छामि, संघर्ष शरणम् गच्छामि उद्घोष के साथ शाम 6.00 बजे भन्ते महानाम के नेतृत्व में राजेन्द्र नगर के सभी अनुयायियों द्वारा कैण्डल रैली निकाली गई। जो पंचशील बुद्ध विहार से होते हुए संपूर्ण राजेन्द्र नगर का भ्रमण कर पंचशील बुद्ध विहार में समाप्त हुई। तथागत गौतम बुद्ध को वंदन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत , अतिथियों के स्वागत से की गई। कार्यक्रम के विशेष अतिथि आयु. के. आर. उके, अध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद अहिरवार इनके द्वारा तथागत गौतम बुद्ध के जीवनी और उपदेशों पर प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण प्रबोधनकार लोकेश मस्के , महाराष्ट्र इन्होंने अपनी आकर्षक भाषण शैली से ऐसा समां बांधा कि गर्मी में पसीने से तर-बतर होते हुये भी श्रोता मंत्रमुग्ध हो अपनी जगह बनें रहें। अंधश्रद्धा और कुपरंपरा कैसे समाज को अधोगति की ओर ले जा रहीं हैं, उन्होंने बताया। इससे बाहर निकलने का एक ही रास्ता है बुद्ध धम्म जो वैज्ञानिक कसौटी पर खरा उतरता है। वें खुद पहले बाबासाहेब से बहुत नफरत करते थे। लेकिन उनकी क्रांति प्रतिक्रांति किताब को पढ़कर उनमें जो बदलाव आया , बड़े मनभावन तरीके से बताया। स्वाअनुभवों द्वारा धम्म और बाबासाहेब की शिक्षा ने कैसे उन्हें आकर्षित किया यह बताया। पढ़ाई के साथ साथ पूरे महाराष्ट्र में वें जन-जागरण का कार्य कर रहे हैं। 21..22 साल के इस ओबीसी नव प्रबोधन कार ने बंद आंखों को खोलने का काम बड़े बखुबी से निभाया। नवयुवाओं में एक जागृति ज्योति जलाने का कार्य किया। बुद्ध और डॉ बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा महिलाओं की समाज के प्रगति में अहम भूमिका बताई। इस महत्वपूर्ण भागीदारी को निभाकर अलग अलग-अलग क्षेत्रों में अविस्मरणीय कार्य करके देश और समाज को उन्नति के शिखर पर ले गई नौ कर्म की देवियोंकी गौरवगाथा को कीर्तन-भजन के रुप में प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। आयु विनोद मेश्राम, आयु ज्योति मेश्राम और निरंजना रामटेके इन्होंने अपने गीतों द्वारा कार्यक्रम को सुशोभित किया। बड़े ही मनमोहक ढंग से 6 साल की स्नेहल सोनपिपरे ने पंचशील को नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत कर कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। आयुष्य मति ज्योत्स्ना मेश्राम द्वारा तथागत गौतम बुद्ध की फोटो एवं आयुष्य मति सपना सोनपिपरे द्वारा बुद्ध धम्म केलेण्डर का निशुल्क वितरण किया गया। आयुष्य मति शिशलेखा रावत द्वारा बच्चों के लिए समिति को पेपर वेट दान दिए गए।

आमंत्रित अतिथियों को भेंट वस्तु देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने उपस्थित सभी बौद्ध उपासक उपासिकाओं का खुशी सहारे, प्रिन्सी फुले एवं कनिका घरडे द्वारा पुष्प वर्षाव कर आभार व्यक्त किया गया। मैत्री भोज के साथ शांतिपूर्ण तरीके से कार्य क्रम संपन्न हुआ।

इस अवसर पर आयु प्रेमलाल बर्वे, आयु बेनिराम गायकवाड़, आयु सुरेश सहारे, आयु डी.डी.मेश्राम, आयु गजानन सवार, आयु दीपक बन्सोड, आयु अनिल बन्सोड, आयु सिद्धार्थ पाटील, आयु अनिल घरडे, आयु रंजन देव, आयु राष्ट्रवाद वान्द्रे, आयु ओ.पी. मेश्राम, आयु शरद उके, आयु यु. के. मेश्राम, आयु विनय रामटेके, आयु देवेन्द्र भालाधरे,आयु सुनील खोबरागड़े, आयु अनिल रामटेके, आयु संत कुमार रामटेके, आयु कमल सहारे, आयु अरूण सहारे, आयु राजेश मेश्राम, आयु विजय बन्सोड, आयु संजय फुले, आयु वामन घरडे, आयु मनीष घरडे, आयु मनोज सांगोडे, आयु संजय डोंगरे, आयु सुभाष सहारे, आयु संतोष खोबरागड़े, आयु राजेश इंदुरकर ,आयु अनुराग चहांदे,आयुष हुमने, प्रलेश वंजारी,अक्षु मेश्राम, चंन्द्र शेखर टेंभूर्णे,दीपक साखरे, समस्त युवावर्ग एवं बच्चे आयु आशा साखरे, आयु पीला मेश्राम, आयु शिशलेखा रावत, आयु ललीता टेंभूर्णे ,आयु रेखा बन्सोड, आयु कल्पना बन्सोड,आयु भाविन्द्रा भालाधरे, आयु रेखा रामटेके, आयु दिपलता बन्सोड, प्रियंका सांगोडे, आयु आरती मेश्राम ,आयु रोमा सहारे, आयु सुनंदा सहारे, आयु निशा मेश्राम, आयु निशा सहारे, आयु सरोज खोब्रागडे,आयु वैशाली खोबरागड़े, आयु ज्योत्स्ना मेश्राम, आयु ममता मेश्राम, आयु वैशाली मेश्राम, आयु ज्योति मेश्राम, आयु जयमाला रामटेके, आयु कामिनी रामटेके, आयु मीना वान्द्रे, आयु ज्योति डोंगरे,आयु कांता वान्द्रे, आयु दीपमाला वान्द्रे, आयु सपना सोनपिपरे, आयु मनीषा बोलदलकर, आयु मोहिनी चौहान, आयु अनिता गजभिए, आयु कांता सहारे एवंम डॉ राजेन्द्र नगर केसमस्त बौद्ध परिवार उपस्थित थे। ये जानकारी संघ द्वारा दी गई।