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भारत का खोया हुआ भाई लगता है जापान : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

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ShivJan 30, 20256 min read

भोपाल।    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि…

औद्योगिक विकास के लिये हरसंभव सहायता देने सरकार प्रतिबद्ध: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

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ShivJan 30, 20253 min read

भोपाल।  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश…

महाकुंभ में जाने वाले श्रद्धालुओं के लिये करें समुचित प्रबन्ध : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

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ShivJan 30, 20251 min read

भोपाल।  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रयागराज में हुई भगदड़…

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जापान के इंडिया क्लब में महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दीं

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ShivJan 30, 20252 min read

भोपाल।  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की…

January 30, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

मतदाता दिवस के दिन राजधानी की जनता ने किया चुनाव बहिष्कार, जानिए क्या है इनकी मांगे

रायपुर। राजधानी में सरकार द्वारा बनाए गए पीएम आवास के निवासियों ने आज निकाय चुनाव से पहले चुनाव का बहिष्कार कर दिया. दरअसल, दलदल सिवनी स्थित पीएम आवास कॉलोनी में रहने वाले लोगों ने लंबे समय से पानी और अन्य समस्याओं को जनप्रतिनिधियों द्वारा अनदेखा किए जाने पर चुनाव का बहिष्कार कर दिया. असुविधाओं के अंबार से परेशान लोगों ने कॉलोनी के बाहर चुनाव बहिष्कार का बैनर लगाकर प्रदर्शन किया. 

लोगों का फूटा आक्रोश 

स्थानीय लोगों से बातचीत में उन्होंने बताया कि किसी भी मौसम में भी पानी यहां उपलब्ध नहीं रहता है. रायपुर नगर निगम, कलेक्ट्रेट और जोन कार्यालय, हर जगह लोगों ने ज्ञापन दिया है लेकिन पानी की व्यवस्था करने में सभी असफल रहे हैं. बीमार, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं को तीन-तीन मंजिल पानी लेकर चढ़ना पड़ता है. धरना देने, मांग करने के बाद टैंकरों की संख्या बस कुछ दिनों के लिए बढ़ा दी जाती है. अमृत मिशन योजना के पाइपलाइन से भी पर्याप्त पानी नहीं आता. अधिकारी और जनप्रतिनिधि सिर्फ टालने का काम करते है. स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था करने कब से मांग की जा रही है लेकिन अब तक पूरी नहीं की गई. क्षेत्र में लाइट नहीं होने के कारण लूट-मार जैसी घटनाओं की संभावना बनी रहती है और महिला असुरक्षित महसूस करती है.

लोगों ने कहा कि घर के बदले पैसे ले लिए लेकिन सुविधाएं देना भूल गए. आज इतनी असुविधाओं के बीच हजारों परिवारों को जीना पड़ रहा है और सारी समस्याओं का हल खुद ही ढूंढने पर मजबूर होना पड़ता है. ऐसे में वे वोट क्यों दें. लोगों ने मांग की है कि जब तक सभी व्यवस्था ठीक नहीं की जाएगी तब तक निकाय चुनाव में वोट नहीं देंगे.