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June 13, 2025

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राज्य के एक मात्र डेंटल कॉलेज बदहाल- मंत्री की चेतावनी इलाज में लापरवाही बर्दाश्त नहीं निरीक्षण के बाद स्वीकृत हुआ इतने करोड़..

रायपुर। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने शुक्रवार को शासकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर का निरीक्षण किया. इस दौरान वे महाविद्यालय की व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं में कमी को लेकर अधिकारियों पर सख्त नजर आए. उन्होंने यहां की बदहाल व्यवस्थाओं और स्टाफ व प्रोफेसरों की कमी को जल्द से जल्द दूर करने के सख्त निर्देश दिया है. मंत्री जायसवाल ने संबंधित अधिकारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि मरीजों के इलाज को लेकर कोई लापरवाही नहीं बर्दाश्त की जाएगी.

इस दौरान उनके साथ स्वास्थ्य विभाग के सचिव अमित कटारिया, चिकित्सा शिक्षा विभाग के संचालक प्रो. डॉ. यू.एस. पैकरा और कॉलेज प्राचार्य प्रो. डॉ. वीरेंद्र वाढेर भी मौजूद थे.

स्वास्थ्य सेवाओं के लिए आर्थिक प्रावधान

निरीक्षण के बाद मंत्री जायसवाल ने महाविद्यालय के मेंटेनेंस (जीर्णोंद्धार) के लिए ₹2 करोड़ की स्वीकृति दी और आधुनिक चिकित्सा उपकरणों की खरीदी के लिए ₹5 करोड़ की राशि स्वीकृत की. उन्होंने कहा कि यह राज्य का एकमात्र डेंटल कॉलेज है और इसकी सेवाएं व्यापक रूप से आम जनता को मिलनी चाहिए.

स्टाफ की कमी जल्द होगी दूर

स्वास्थ्य मंत्री ने कॉलेज में प्रोफेसरों और स्टाफ की कमी को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस समस्या का तत्काल समाधान सुनिश्चित किया जाए, ताकि विद्यार्थियों की शिक्षा और मरीजों की सेवा बाधित न हो.

मरीजों की सुविधा सर्वोपरि

जायसवाल ने इलाज के लिए आए मरीजों और उनके परिजनों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं. उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि सभी मरीजों को गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध उपचार मिले. भीषण गर्मी को देखते हुए अस्पताल परिसर में सेंट्रल एयर कंडीशनिंग सिस्टम लगाने के निर्देश भी दिए गए.

स्वशासी समिति की बैठक में कई निर्णय

निरीक्षण के बाद हुई स्वशासी समिति की बैठक में पूर्व निर्धारित उपचार दरों की समीक्षा की गई और विभिन्न पदों पर कलेक्टर दरों पर भर्ती को मंजूरी दी गई. वहीं, स्नातकोत्तर छात्रों व इंटर्न्स ने शिष्यवृत्ति बढ़ाने की मांग की, जिस पर मंत्री ने सकारात्मक आश्वासन दिया. कर्मचारी संघ और सफाईकर्मियों की समस्याओं को भी मंत्री ने गंभीरता से सुना और शीघ्र समाधान का भरोसा दिलाया.