Special Story

बस्तर संभाग में 1611 शालाओं का युक्तियुक्तकरण, बच्चों को मिलेंगी बेहतर सुविधाएं

बस्तर संभाग में 1611 शालाओं का युक्तियुक्तकरण, बच्चों को मिलेंगी बेहतर सुविधाएं

ShivJun 2, 20252 min read

रायपुर।   राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और शिक्षा का अधिकार अधिनियम…

काउंसिलिंग की तारीख बदली: शिक्षकों को आधार कार्ड/वोटर आईडी साथ लाना होगा अनिवार्य

काउंसिलिंग की तारीख बदली: शिक्षकों को आधार कार्ड/वोटर आईडी साथ लाना होगा अनिवार्य

ShivJun 2, 20251 min read

रायपुर। युक्तियुक्तकरण की काउंसिलिंग की तिथि में बदलाव किया गया…

रेरा का बड़ा फैसला: प्रमोटर को 28 लाख रुपये ब्याज सहित लौटाने का आदेश, आवंटी को मिली राहत

रेरा का बड़ा फैसला: प्रमोटर को 28 लाख रुपये ब्याज सहित लौटाने का आदेश, आवंटी को मिली राहत

ShivJun 2, 20252 min read

रायपुर। छत्तीसगढ़ रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (रेरा) ने रियल एस्टेट…

कर चोरी करने वाले व्यवसायियों के विरूद्ध स्टेट जीएसटी की बड़ी कार्यवाही

कर चोरी करने वाले व्यवसायियों के विरूद्ध स्टेट जीएसटी की बड़ी कार्यवाही

ShivJun 2, 20252 min read

रायपुर। मेसर्स अरिहंत स्टील नारायणपुर जिला नारायणपुर के व्यवसाय स्थल…

June 3, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

जिला अस्पताल के मरीजों के लिए मुसीबत बना नया अपॉइंटमेंट सिस्टम: ‘आभा ऐप’ से रजिस्ट्रेशन में आ रही दिक्कत, ग्रामीण हो रहें परेशान

कोंडागांव। जिला अस्पताल में अब इलाज के लिए ‘आभा ऐप’ के माध्यम से अपॉइंटमेंट लेने का नया सिस्टम लागू कर दिया गया है। हालांकि, यह नई व्यवस्था खासकर ग्रामीण मरीजों के लिए परेशानी का कारण बनती जा रही है।

जिला अस्पताल पहुंंचे मरीजों का कहना है कि अस्पताल परिसर में नेटवर्क कनेक्शन सही से उपलब्ध नहीं है और उन्हें ऐप इस्तेमाल करने में भी समस्या हो रही है। फरसगांव के मरीज राजेश साहू ने बताया, “हम दूर से इलाज के लिए आए हैं, लेकिन नेटवर्क की वजह से ऐप से रजिस्ट्रेशन नहीं कर पा रहे हैं। पर्ची नहीं मिल पाने की वजह से हमें बिना इलाज वापस लौटना पड़ रहा है।”

ऑपरेटर धर्मलाल कुंजाम ने कहा, “यह एक नई प्रक्रिया है, शुरुआत में थोड़ी दिक्कतें होंगी, लेकिन समय के साथ सब ठीक हो जाएगा।” डॉ. सौरभ कोचर, जिला अस्पताल के चिकित्सक ने बताया कि यह योजना पूरे छत्तीसगढ़ में लागू की गई है। इससे हर मरीज की डिजिटल पहचान बनेगी, जिससे भविष्य में इलाज की प्रक्रिया और भी आसान हो जाएगी।

गौरतलब है कि यह नई तकनीक ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा को डिजिटल रूप से मजबूत बनाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है, लेकिन इसे सफल बनाने के लिए जरूरी है कि ग्रामीणों को नेटवर्क की दिक्कतों और ऐप के इस्तेमाल के लिए पर्याप्त सहायता और मार्गदर्शन दिया जाए।