Special Story

स्वर्गीय रामजीलाल अग्रवाल के शांति मिलन कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

स्वर्गीय रामजीलाल अग्रवाल के शांति मिलन कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

ShivJun 5, 20251 min read

रायपुर।  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज शाम सांसद बृजमोहन अग्रवाल…

अंतिम व्यक्ति तक सुनिश्चित हो दवाइयों की पहुंच: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

अंतिम व्यक्ति तक सुनिश्चित हो दवाइयों की पहुंच: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

ShivJun 5, 20252 min read

रायपुर।   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने स्वास्थ्य विभाग के सभी प्रमुख…

लाल आतंक का अंत: नक्सलवाद अंतिम सांसें गिन रहा है — मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

लाल आतंक का अंत: नक्सलवाद अंतिम सांसें गिन रहा है — मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

ShivJun 5, 20252 min read

रायपुर।  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि छत्तीसगढ़…

नवा रायपुर में बनेगी राष्ट्रीय तीरंदाजी अकादमी, खेल प्रतिभाओं को मिलेगा अंतरराष्ट्रीय मंच

नवा रायपुर में बनेगी राष्ट्रीय तीरंदाजी अकादमी, खेल प्रतिभाओं को मिलेगा अंतरराष्ट्रीय मंच

ShivJun 5, 20252 min read

रायपुर।  छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए खेलों में भविष्य गढ़ने…

June 5, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

साय सरकार का प्रशासनिक सर्जरी के जरिए स्पष्ट संदेश, योग्यता और अनुभव का होगा सही उपयोग…

रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने कुछ दिन पूर्व 88 अफसरों का प्रशासनिक तबादला किया. इन प्रशासनिक तबादलों में अफसरों की योग्यता का पूरा ध्यान रखा गया. जो अफसर जिस योग्य है, उन्हें उसी तरह जिम्मेदारी दी गई है. नई सरकार ने ‘मोदी की गारंटी’ को पूरा करने के लिए तबादले में दूरदर्शिता दिखाते हुए स्पष्ट कर दिया है कि अफसर निष्पक्ष होकर जनता के लिए काम करें न कि किसी पार्टी विशेष के लिए.

गौरतलब है कि पिछली सरकार में कुछ अधिकारियों पर आरोप लगता रहा कि सत्ताधारी दल के कार्यकर्ता की तरह काम कर रहे थे, उन्हें उन जगहों से हटाकर दूसरी जगह पोस्ट किया गया है. इसका साफ संदेश है कि अधिकारी निष्पक्ष होकर काम करें, ना कि किसी पार्टी विशेष के लिए. इस प्रशासनिक सर्जरी के जरिए जनता के कामों को छोड़कर सत्ताधारी दल के लिए काम करने वाले अधिकारियों को कठोर सन्देश दिया गया है.

जानकार बताते हैं कि इस पूरे प्रशासनिक फेरबदल में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय स्वयं अपनी नजर बनाए हुए थे, और उनके निर्देश पर एक-एक नामों पर गहनता से विचार किया गया. हर नाम के साथ उनकी कार्य विशेषता पर भी गहन विचार हुआ. कई बार फीडबैक लिए गए. उनके आधार पर पुनः विचार किए गए. इसी वजह से सरकार ने पर्याप्त समय लेते हुए ट्रांसफर लिस्ट जारी की.