Special Story

जल संवर्धन की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा भू-जल संवर्धन मिशन – मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

जल संवर्धन की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा भू-जल संवर्धन मिशन – मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

ShivMay 20, 20254 min read

रायपुर।  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय…

कलेक्ट्रेट परिसर में दिनदहाड़े चोरी: स्कूटर की डिक्की से एक लाख रुपये उड़ा ले गया चोर, जांच में जुटी पुलिस

कलेक्ट्रेट परिसर में दिनदहाड़े चोरी: स्कूटर की डिक्की से एक लाख रुपये उड़ा ले गया चोर, जांच में जुटी पुलिस

ShivMay 20, 20252 min read

रायपुर। राजधानी रायपुर के अत्यंत सुरक्षित माने जाने वाले कलेक्ट्रेट परिसर…

May 21, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

बिलासपुर में नहीं थम रहा धर्मांतरण का खेल, सरकंडा में हिंदू संगठन… दो पादरी समेत 6 पुलिस हिरासत में

बिलासपुर।  छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में धर्मांतरण का मुद्दा थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक बार फिर से धर्मांतरण का मामला सामने आया है. सरकंडा थाना क्षेत्र के अटल आवास में धर्मांतरण की शिकायत मिलने के बाद हिंदूवादी संगठन की सूचना पर पुलिस ने कार्रवाई की है. मामले में दो पास्टर समेत करीब आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ जारी है.

जानकारी के अनुसार, अटल आवास में दो अलग-अलग स्थानों पर धर्मांतरण की गतिविधियों की शिकायत मिली थी. हिंदूवादी संगठनों का आरोप है कि भोले-भाले लोगों को लालच देकर धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जा रहा है. फिलहाल, सरकंडा पुलिस ने पूरे मामले को लेकर पूछताछ कर रही है.

सरकंडा थाना प्रभारी नीलेश पांडेय ने बताया कि हिंदू संगठन की ओर से एक टेलीफोनिक सूचना दी गई थी कि अटल आवास के पास एक ऊपरी माले के कमरे में प्रार्थना सभा आयोजित की जा रही है, जिसमें हिंदू धर्म के लोगों को ईसाई प्रार्थना कराई जा रही है. प्रथम दृष्टया जाकर कुछ पास्टर लोगों को पूछताछ की गई है जिनके द्वारा प्रार्थना करना स्वीकार किया है और अभी पूछताछ की जा रही है. बाद तस्दीक के रिपोर्ट आने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.

पहले भी सामने आ चुके हैं मामले

हाल ही में मोपका क्षेत्र में भी इसी तरह की हिंदू संगठन की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई की थी. तब पुलिस ने दो घरों में दबिश देकर प्रार्थना सभा की आड़ में चल रहे धर्मांतरण के प्रयास को रोका था. इस दौरान पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया था और धर्म विशेष से जुड़ी किताबें व साहित्य जब्त किए थे. सरकंडा पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग गुप्त रूप से प्रार्थना सभाओं के जरिए लोगों को धर्म बदलने के लिए प्रेरित कर रहे थे.