Special Story

मेलों और उत्सवों को पूरा प्रोत्साहन देगी राज्य सरकार: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

मेलों और उत्सवों को पूरा प्रोत्साहन देगी राज्य सरकार: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivNov 17, 20242 min read

भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि राज्य सरकार…

भारत की पहचान अपनी गुरूत्व शक्ति : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

भारत की पहचान अपनी गुरूत्व शक्ति : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivNov 17, 20243 min read

भोपाल।   मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भारत…

छत्तीसगढ़ में बैगा आदिवासियों के साथ 50 लाख का फर्जीवाड़ा!

छत्तीसगढ़ में बैगा आदिवासियों के साथ 50 लाख का फर्जीवाड़ा!

ShivNov 17, 20242 min read

कवर्धा।  छत्तीसगढ़ में बैगा आदिवासियों के नाम पर कथित रूप…

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने लाला लाजपत राय की पुण्यतिथि पर उन्हें किया नमन

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने लाला लाजपत राय की पुण्यतिथि पर उन्हें किया नमन

ShivNov 17, 20241 min read

रायपुर।     मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पंजाब केसरी लाला लाजपत…

November 17, 2024

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

Home » एसडीएम पर आरोप लगाने वाला ड्राइवर खुद संदेह के दायरे में, अधिकारी का पक्ष भी आया सामने…

एसडीएम पर आरोप लगाने वाला ड्राइवर खुद संदेह के दायरे में, अधिकारी का पक्ष भी आया सामने…

रायपुर। एसडीएम गुरुर पर निजी कार्य के लिए सरकारी वाहन का उपयोग और निजी वाहन में सरकारी मद से डीजल डलवाने का आरोप लगाने वाले ड्राइवर कमल किशोर गंगराले पर अब सवाल उठ रहे हैं. बताया जा रहा है कि अपने पर लगे कई आरोपों की वजह से संभावित कार्रवाई से बचने के लिए उसने आरोप लगाया है. 

बताया जा रहा है कि कमल किशोर का परिवार दंतेवाड़ा में निवासरत है. परिवार से मिलने के लिए वह बिना अवकाश लिए दंतेवाड़ा जाया करता था, लेकिन वापसी पर अनुपस्थिति दिवस में भी उपस्थिति का हस्ताक्षर करता था. यही नहीं एसडीएम को नाम से संबोधित करता था, जो कि कदाचार की श्रेणी में आता है.

इस बात की जानकारी होने पर एसडीएम प्राची ठाकुर ने उस पर कार्रवाई की बात कही थी. इसके अलावा उस पर पूर्व में भी विभाग की गोपनीय जानकारी लीक करने का आरोप लग चुका है, जिसकी वजह से जिला कार्यालय अटैच कर उसके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही थी.

प्राप्त जानकारी के अनुसार, ड्राइवर कमल किशोर ने स्वयं लॉग बुक एवं डीजल पंजी में लिखित हस्ताक्षर कर जानकारी दिया है कि सरकारी वाहन चलने के लायक नहीं है, ऐसे में सरकारी वाहन के दुरुपयोग करने के आरोपों की सत्यता संदेह के दायरे में आ गई है. वहीं सरकारी वाहन खराब होने के कारण एसडीएम द्वारा निजी वाहन का ही उपयोग किया जा रहा था.

मामले में एसडीएम प्राची ठाकुर ने बताया कि कमल किशोर अवकाश लेकर परिवार के पास दंतेवाड़ा जाता था, लेकिन वापस आकर वह अनुपस्थित दिवस में भी हस्ताक्षर करता था. ड्राइवर ने स्वयं लिखित जानकारी दी है कि सरकारी वाहन खराब है, जिसकी वजह से निजी वाहन का इस्तेमाल किया गया था.