Special Story

उप मुख्यमंत्री अरुण साव नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों के साथ दो दिनों तक करेंगे मंथन

उप मुख्यमंत्री अरुण साव नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों के साथ दो दिनों तक करेंगे मंथन

ShivMay 4, 20253 min read

रायपुर।   उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण…

जगद्गुरु शंकराचार्य जयंती उत्सव समारोह में शामिल हुए उप मुख्यमंत्री अरुण साव

जगद्गुरु शंकराचार्य जयंती उत्सव समारोह में शामिल हुए उप मुख्यमंत्री अरुण साव

ShivMay 4, 20252 min read

रायपुर।     जगद्गुरु स्वामी शंकराचार्य का जीवन हम सभी के…

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया लॉयर्स चेम्बर एवं मल्टीलेवल पार्किंग का शिलान्यास

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया लॉयर्स चेम्बर एवं मल्टीलेवल पार्किंग का शिलान्यास

ShivMay 4, 20252 min read

भोपाल।   मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को जबलपुर में…

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रीवा सिटीजन ऐप का किया शुभारंभ

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रीवा सिटीजन ऐप का किया शुभारंभ

ShivMay 4, 20252 min read

भोपाल।   मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को नगर पालिक…

May 4, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

नगर निगम-विद्युत विभाग की व्यवस्था की खुली पोल : अब तक नहीं हटाए गए आंधी से टूटे पेड़, रायपुर के कई इलाकों में 24 घंटे से बिजली बंद, घरों में पानी भी नहीं पहुंचा

रायपुर।  छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के कई हिस्सों में गुरुवार शाम को आंधी-तूफान ने जमकर तबाही मचाई. 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली आंधी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बिजली तारों पर पेड़ गिरने से राजधानी रायपुर के टाटीबंध, कंचन सड्‌ढू, आमसिवनी, दलदलसिवनी समेत कई इलाकों में ब्लैकआउट की स्थिति है. शहर में टूटे पेड़ों को अब तक नहीं हटाया गया है. शहर के कई इलाकों में गुरुवार शाम से बंद बिजली अभी तक नहीं आई है. इसके चलते लोगों के घरों तक पानी भी नहीं पहुंच पाया है.

टाटीबंध में दयासिंह के घर के सामने गुरुवार से बिजली के तार पर पेड़ गिरा हुआ है, जिसे अब तक नहीं हटाया गया है. पेड़ बिजली के तार पर ही लटक रहा है. इस संबंध में कल से ही विद्युत विभाग के अधिकारियों को जानकारी दी जा रही है, लेकिन अब तक न ही पेड़ को हटाया गया है न बिजली सप्लाई चालू हुई है. शहर की व्यवस्था को दुरुस्त करने नगर निगम भी कोई ध्यान नहीं दे रही. विभागों की सुस्त रवैये से शहरवासी परेशान हैं. लोग अपने रिश्तेदारों या होटलों में रहने को मजबूर हैं.