Special Story

जल संवर्धन की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा भू-जल संवर्धन मिशन – मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

जल संवर्धन की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा भू-जल संवर्धन मिशन – मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

ShivMay 20, 20254 min read

रायपुर।  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय…

कलेक्ट्रेट परिसर में दिनदहाड़े चोरी: स्कूटर की डिक्की से एक लाख रुपये उड़ा ले गया चोर, जांच में जुटी पुलिस

कलेक्ट्रेट परिसर में दिनदहाड़े चोरी: स्कूटर की डिक्की से एक लाख रुपये उड़ा ले गया चोर, जांच में जुटी पुलिस

ShivMay 20, 20252 min read

रायपुर। राजधानी रायपुर के अत्यंत सुरक्षित माने जाने वाले कलेक्ट्रेट परिसर…

May 21, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

रबी मौसम में 19.25 लाख हेक्टेयर रकबे में बोनी का लक्ष्य

रायपुर।      मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर रबि फसलों को बढावा देने के लिए इस वर्ष 19.25 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में विभिन्न रबि फसलों की बोनी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके विरूद्ध अब तक 2.16 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं, चना, मटर, मक्का, अलसी सहित विभिन्न रबि फसलों की बोनी हो चुकी हैं, वहीं 0.14 लाख क्विंटल बीज और 0.35 लाख मीट्रिक टन रासायनिक खाद का वितरण किया जा चुका है।

कृषि विभाग के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर वर्ष 2024-25 में रबि फसलों को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इस वर्ष विभिन्न रबि फसलों की बोनी के लिए 19.25 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में विभिन्न रबि फसलों की बोनी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके विरूद्ध अब तक 2.16 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं, चना, मटर, मक्का, अलसी सहित विभिन्न रबि फसलों की बोनी हो चुकी हैं, जो लक्ष्य का 11 प्रतिशत है। जबकि पिछले वर्ष के लिए 19.19 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में रबि फसलों की बोनी का लख निर्धारित किया गया था।

अधिकारियों ने बताया कि रबि वर्ष 2024-25 के लिए 2.89 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज वितरण का लक्ष्य रखा गया है, जिसके विरूद्ध 0.50 लाख क्विंटल बीज का भण्डारण कर 0.14 लाख क्विंटल बीज का वितरण किया गया है जो कुल भंडारण का 28 प्रतिशत है। इसी प्रकार इस वर्ष 4.65 लाख मीट्रिक टन खाद वितरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसके विरूद्ध 3.49 लाख मीट्रिक टन भंडारण कर 0.35 लाख मीट्रिक टन खाद वितरण किया जा चुका है जो कुल भंणारण का 10 प्रतिशत है।