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छत्तीसगढ़ कैडर के IAS अमित अग्रवाल बने केंद्र सरकार में सेक्रेटरी

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ShivDec 26, 20241 min read

रायपुर। छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस अधिकारी अमित अग्रवाल को केंद्र सरकार…

मुख्यमंत्री ने वीर बाल दिवस पर गुरू गोविंद सिंह के साहिबजादों के बलिदान को किया नमन

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ShivDec 26, 20241 min read

रायपुर।   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 26 दिसंबर को वीर बाल…

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ग्वालियर गौरव दिवस पर किया प्रतिभाओं का सम्मान

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ShivDec 25, 20244 min read

ग्वालियर।    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि…

December 26, 2024

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मेडिकल कॉलेज रायगढ़ में विशेष जनजाति पहाड़ी कोरवा मरीज का जटिल फ्रैक्चर का सफल ऑपरेशन, मोटरसाइ‌किल से गिरने पर आई थी चोट

रायगढ़।   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय राज्य के विकास के लिए कृतसंकल्पित हैं। तरक्की और सुशासन का ये सफर स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार के रूप में भी नजर आ रहा है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के साथ मिलकर स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार और नई सुविधाओं के विकास पर विशेष जोर दिया है। इसी दिशा में स्व. लखीराम अगव्राल स्मृति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय संबद्ध संत बाबा गुरु घासीदास जी स्मृति शासकीय चिकित्सालय रायगढ़ लगातार अपनी सुविधाओं को बढ़ाने के लिए प्रयासरत है और मरीज के बेहतर इलाज के लिए प्रतिबद्ध है।

इस कड़ी में अस्थि रोग विभाग में भर्ती मरीज करण सिंह कोरवा (पहाड़ी कोरवा) उम्र 30 वर्ष, निवासी सियान, चिरोली जिला कोरबा के जटिल और दुर्लभ फ्रैक्चर का सफल ऑपरेशन डीन डॉ. विनीत जैन और अस्पताल अधीक्षक डॉ. मनोज कुमार मिंज के मार्गदर्शन में सफलता पूर्वक किया गया। मरीज करण सिंह कोरवा 6 नवंबर 2024 को कोरबा से अपने गांव सियान जाते समय मोटरसाइ‌किल से गिर गये थे। जिससे उनके घुटने में गहरी चोट आई थी। मरीज 21 नवंबर 2024 को मेडिकल कॉलेज अस्पताल रायगढ़ में भर्ती हुए। उनके घुटने के नीचे की अस्थि का टुकड़ा (टिबिया कॉन्डाइल) जोड़ से टूट कर पीछे की तरफ रक्त वहनियों और नसों के बीच में फंसा हुआ था।

जिसके लिए मरीज का सी.टी. स्कैन भी कराया गया। इस तरह के केस अत्यंत दुर्लभ है, इससे रक्त वाहनियों और नसों (नर्व) को चोट लगने से पैरों में लकवा के अलावा पैर काटने का खतरा लगातार बना होता है। ऑपरेशन के दौरान भी रक्त वाहनियों और नसों में चोट लगने से पैरों में सुन्नपन का खतरा बना रहता है। अस्थि रोग विभाग के विभागाध्यक्ष एवम सह प्राध्यापक डॉ. प्रवीण जांगड़े और सीनियर रेसिडेण्ट डॉ. दुष्यंत सोनी, जूनियर रेसिडेण्ट डॉ. रूपेश गेहानी और निश्चेतना विभाग टीम के विभागाध्यक्ष डॉ. ए.एम. लकड़ा और डॉ. लेश पटेल के साथ मिलकर जटिल ऑपरेशन सफलता पूर्वक किया गया।

वर्तमान में मरीज अपना घुटना मोड़ रहा है और मरीज का पैर बचा लिया गया है, मरीज खतरे से बाहर है। कुछ ही दिनों में मरीज सहारे से चलना भी शुरु कर सकता है। मरीज का सम्पूर्ण जांच एवं इलाज निःशुल्क किया गया। इस तरह मेडिकल कॉलेज रायगढ़ एक और उपलब्धि के साथ प्रगति की ओर अग्रसर है।