Special Story

प्रदेशवासियों को गर्व है स्व.पवन भदौरिया पर : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

प्रदेशवासियों को गर्व है स्व.पवन भदौरिया पर : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivNov 21, 20241 min read

भोपाल।  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से समत्व भवन, मुख्यमंत्री निवास…

भारत और नेपाल में धार्मिक व मैत्री संबंध होंगे प्रगाढ़ : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

भारत और नेपाल में धार्मिक व मैत्री संबंध होंगे प्रगाढ़ : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivNov 21, 20241 min read

भोपाल।   मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को श्री महामृत्यूंजय…

मुख्यमत्री डॉ. मोहन यादव ने आपदामुक्त सिंहस्थ-2028 के प्रशिक्षण का शुभारंभ किया

मुख्यमत्री डॉ. मोहन यादव ने आपदामुक्त सिंहस्थ-2028 के प्रशिक्षण का शुभारंभ किया

ShivNov 21, 20241 min read

भोपाल।     मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरूवार को उज्जैन…

November 21, 2024

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

स्वामी आत्मानंद स्कूल को ‘पीएमश्री’ में तब्दील करने से नहीं होगा छात्रों को नुकसान, सरकार ने गिनाए फायदे

रायपुर- स्वामी आत्मानंद स्कूल को पीएमश्री (Pradhan Mantri Schools for Rising India) में तब्दील करने की सरकार की योजना को लेकर कांग्रेस और पालक संघ की ओर से आपत्तियां आ रही है. इस पर सरकार ने आपत्तियों को दरकिनार करते हुए पीएमश्री योजना में शामिल किए जाने से स्कूलों को होने वाले फायदे बताए हैं.

पीएमश्री भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है. इस योजना के तहत प्रत्येक विकासखण्ड में एक एलीमेंन्ट्री स्तर तथा एक सेकेण्डरी / हायर सेकेण्डरी स्तर की शाला का चयन किए जाने का प्रावधान है. चयनित शाला में नई शिक्षा नीति 2020 के तहत प्रावधानित विभिन्न घटकों जैसे-भौतिक, अकादमिक, तकनीकी, अधोसंरचना के साथ-साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हेतु विभिन्न संसाधन भारत सरकार द्वारा प्रदान किए जाएंगे.

प्रथम चरण में छत्तीसगढ़ में पीएमश्री योजना अंतर्गत चयनित 211 शालाओं में 193 एलीमेन्ट्री स्तर की तथा 18 सेकेण्डरी / हायर सेकेण्डरी स्तर की शाला शामिल हो सकी. स्वामी आत्मानंद विद्यालयों को इस योजना से पृथक कर दिए जाने से सेकेण्डरी / हायर सेकेण्डरी स्तर की शालाएं इस योजना के लाभ से वंचित रही. पीएमश्री योजना के तहत चयनित किसी भी शाला का नाम परिवर्तित नहीं होगा, अपितु शाला के नाम के पूर्व में पीएमश्री जोड़ा जाएगा तथा शाला में पीएमश्री का लोगो लगाया जाएगा.

बताया गया कि चयनित शालाओं में कार्यरत अधिकारी, कर्मचारी पूर्ववत ही रहेंगे, विद्यार्थियों की प्रवेश प्रक्रिया यथावत रहेगी. पढ़ाई का माध्यम एवं पाठ्यक्रम भी पूर्ववत ही रहेगा. सेजस विद्यालयों को इस योजना में शामिल हो जाने से केन्द्र सरकार से अतिरिक्त आर्थिक एवं भौतिक सुविधाएं प्राप्त होगी. इस योजना का लाभ भारत सरकार द्वारा निर्धारित मापदंड अनुरूप संचालित सभी शासकीय शालाएं जैसे-एकलव्य विद्यालय, जवाहर नवोदय विद्यालय, कस्तुरबा विद्यालय, पोर्टाकेबिन विद्यालय प्राप्त कर सकती हैं.