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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री आनंद सर मंदिर परिसर में दर्शन कर सरोवर में पुष्प अर्पित किए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री आनंद सर मंदिर परिसर में दर्शन कर सरोवर में पुष्प अर्पित किए

ShivApr 11, 20252 min read

भोपाल।    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को श्री आनंदपुर धाम…

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उन्नत और समृद्ध रही है प्राचीन भारतीय वास्तुकला : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivApr 11, 20253 min read

भोपाल।   मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्राचीनकाल…

संत, महात्मा ज्ञान और सन्मार्ग के हैं प्रेरणा पुंज : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

संत, महात्मा ज्ञान और सन्मार्ग के हैं प्रेरणा पुंज : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivApr 11, 20253 min read

भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश सरकार…

शिक्षा ही है विकास का मूलमंत्र- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

शिक्षा ही है विकास का मूलमंत्र- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

ShivApr 11, 20254 min read

रायपुर।   शिक्षा ही विकास का मूलमंत्र है। शिक्षा के बिना…

April 12, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

स्वास्थ्य अधिकारियों का हड़ताल जारी, लोगों को नहीं मिल पा रही स्वास्थ्य सुविधा, इन मांगों को लेकर कर रहे प्रदर्शन…

महासमुंद- छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य अधिकारी संघ के सभी जिलों के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं. आज हड़ताल का चौथा दिन है. छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य अधिकारी संघ के आवाह्न पर सभी स्वास्थ्य अधिकारियों ने 21 जून से हड़ताल पर बैठे हैं.

बता दें, संघ की मांगों में लंबित कार्याधारित मानदेय तथा शासन द्वारा निर्देशानुसार प्रति माह 15 तारीख से पहले से भुगतान , सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को स्थानांतरण एवं मुख्यालय से 8 किलोमीटर दायरे में रहने का लाभ और कांकेर जिला संयोजक पवन वर्मा की बहाली की मांग शामिल है.

सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी संघ के प्रदेश महामंत्री का कहना है कि जब तक इनकी मांगे पूरी नहीं होती है, तब तक उनका हड़ताल जारी रहेगा.

संघ न विश्व योग दिवस पर धरना स्थल पर योग करते हुए अपना विरोध दर्ज कराया था. गौरतलब है कि जिले में 230 उप स्वास्थ्य केन्द्र हैं जिनमें से 152 उप स्वास्थ्य केन्द्रों में इनकी पदस्थापना है. इनके हड़ताल पर चले जाने से उप स्वास्थ्य केन्द्रों में टीकाकरण , मौसमी बीमारी में दवा देना आदि लगभग ठप हो गया है.