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नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव 2025: कांग्रेस ने प्रदेश स्तरीय कंट्रोल रूम का किया गठन, जानिए किसे मिली क्या जिम्मेदारी

नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव 2025: कांग्रेस ने प्रदेश स्तरीय कंट्रोल रूम का किया गठन, जानिए किसे मिली क्या जिम्मेदारी

ShivJan 20, 20251 min read

रायपुर। छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियों…

January 20, 2025

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कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नगरीय निकाय चुनाव को लेकर बनी रणनीति

रायपुर।  राजधानी के राजीव भवन में कांग्रेस विधायक दल की बैठक खत्म हो गई. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पीसीसी चीफ दीपक बैज और तमाम नेता बैठक में मौजूद रहे. इस दौरान आगामी चुनाव की रणनीति के साथ प्रत्याशियों के चयन को लेकर चर्चा की गई. बैठक में शामिल हुए पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि हमारे साथी लगातार चुनाव को लेकर अपने क्षेत्रों में बैठके कर रहे है. सभी विधायक साथियों ने कमर कस लिया है. प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए पूरी मेहनत करेंगे.

कांग्रेस की बैठक में प्रत्याशी चयन को लेकर बड़ा फैसला

पीसीसी चीफ दीपक बैज ने जानकारी देते हुए बताया कि पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की गई है. पर्यवेक्षक जाएंगे, नगर पंचायत – नगर पालिका में बैठक करेंगे और एक-एक नाम पार्षदों के लिए आगे देंगे. आवश्यकता पड़ी तो वरिष्ठ नेताओं से विधायक और पूर्व विधायक सभी से चर्चा करेंगे. वार्ड में कोई दिक्कत होगी तो आपस में बैठकर जिला स्तर चर्चा की जाएगी. अध्यक्ष की पद पर पीएससी चयन समिति आगे आयेगा.

कांग्रेस नगरीय निकाय चुनाव में सभी वर्गों को साधने की तैयारी

पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि फोकस में महिला और युवा वोटर है. सरकार ने एक लाख लोगों को नौकरी देने के नाम पर सरकार बनाई और ठगने का काम किया है. लगातार मंत्रियों के सभा में नौकरी मांग रहे हैं. मंत्रियों के लिए सरकार और मंत्रियों के लिए सबसे बड़ा चुनौती है. किसान और ओबीसी भी हमारे साथ है. बहुत सारे वर्ग है, जो सरकार से नाखुश हैं. उन्हें हम साधने का प्रयास करेंगे.

B. ed शिक्षकों को लेकर पीसीसी चीफ बैज का सरकार पर हमला

दीपक बैज ने B.ed सहायक शिक्षिकाओं के साथ पुलिस प्रशासन द्वारा हुई बर्बरता को लेकर सरकार पर जमकर हमला बोला है . उन्होंने कहा महिलाएँ आरोप लगा रही है कि पुलिस दारू पी करके कपड़ा फाड़ रहे हैं. सोशल मीडिया में वीडियो चल रहे हैं. विष्णु के सुशासन में इतनी छूट कैसे मिल गई. इस सरकार सारे हदें क्रूरता की पराकाष्ठा पार कर चुकी है. कमेटी बनाया गया है, लेकिन कमेटी में अभी तक क्या निर्णय लिया. समय सीमा देकर सरकार को उसे पर निर्णय करना चाहिए. B.ed शिक्षकों को गुमराह करने के लिए कमेटी बना दिया गया. कमेटी में अभी तक एक बैठक भी नहीं हुई. सरकार कितनी बर्बरता के साथ कार्रवाई कर रही है.