Special Story

रिश्वतखोर निरीक्षक, हेड़ कांस्टेबल और कांस्टेबल गिरफ्तार, एसीबी ने नगदी लेते तीनों को रंगे हाथ पकड़ा

रिश्वतखोर निरीक्षक, हेड़ कांस्टेबल और कांस्टेबल गिरफ्तार, एसीबी ने नगदी लेते तीनों को रंगे हाथ पकड़ा

ShivJan 24, 20252 min read

रायपुर। छत्तीसगढ़ की एसीबी ने रिश्वत लेते तीन अधिकारी, कर्मचारियों को…

पुलिस ने नष्ट किया 346 किलो गांजा, जीपीएम एसपी की मौजूदगी में ड्रग डिस्पोजल कमिटी ने किया नष्टीकरण

पुलिस ने नष्ट किया 346 किलो गांजा, जीपीएम एसपी की मौजूदगी में ड्रग डिस्पोजल कमिटी ने किया नष्टीकरण

ShivJan 24, 20252 min read

जीपीएम।   गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में आज जिला स्तरीय ड्रग डिस्पोजल कमिटी…

January 24, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

गुप्त नवरात्रि के दौरान हुआ श्रीमदभागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन, तुलसी वर्षा के साथ कथा का समापन हुआ

रायपुर- पंडित दीनदयाल उपाध्यय नगर सेक्टर 3 में रविवार को गीता, सहस्रधारा तुलसी वर्षा के साथ श्रीमद् भागवत कथा का समापन हुआ। इस दौरान भगवान श्रीकृष्ण की भव्य शोभायात्रा भी निकाली गई।

समापन दिवस पर कथावाचक पंडित प्रेम शास्त्री जी महाराज ने भागवत भगवान के महत्व को बताते हुये कहा कि भागवत का सार तत्व है भक्ति, ज्ञान, वैराग्य और तपस्या, जो कभी भी खत्म नहीं होता है। भगवान श्रीकृष्ण भक्ति के अटूट प्रेम थे। पूरी संसार में श्रीकृष्ण के लिए ऐसा भक्ति जो कि जीवन ही तार कर दे। श्रीकृष्ण से जितना प्रेम करोगे उतना ही प्रेम का रंग चढ़ता जायेगा।

उन्होंने कहा कि श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ का यह आयोजन सेवानृवित्त शासकीय अधिकारी रमन गिरि गोस्वामी के द्वारा उनकी धर्मपत्नी स्वर्गीय शकुंतला देवी की स्मृति में आयोजित किया गया था। यह पुण्यात्मा का प्रताप ही है कि इस दौरान विलक्षण संयोग बना। 10 फरवरी को कथा की शुरुआत गुप्त नवरात्रि के दिन हुई और कथा का समापन भी देवी उपासना के पर्व के अंतिम दिवस ही हुआ।

कथा के आयोजक रमन गिरि गोस्वामी ने बताया कि संपूर्ण आयोजन के दौरान पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर समेत आसपास के नागरिकों ने बढ़चढ़कर भगवान के प्रति अपनी श्रद्धा को प्रकट किया और कथा का श्रवण किया। उन्होंने बताया कि 19 फरवरी 2024 को स्वर्गीय शकुंतला देवी का वार्षिक श्राद्ध और शंतिभोज का आयोजन होगा। वह विख्यात भूजलविद वीरेंद्र गिरि गोस्वामी ,शिवलिका योगेश्वरी,रामेश्वरी और पत्रकार धीरेन्द्र गिरि गोस्वामी की माता थीं।