देवभोग नगर पंचायत में शामिल हुआ सोनामुंदी और झराबहाल, BJP नेताओं ने डिप्टी सीएम साव से की थी मांग, 1300 जल स्रोतों की भी होगी जांच
गरियाबंद। साय सरकार ने प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव की तिथि की घोषणा से पहले देवभोग को नगर पंचायत बनाने की फाइल पर अंतिम मुहर लगा दी है। छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से जारी राजपत्र में इस निर्णय की आधिकारिक पुष्टि की गई है। इस राजपत्र के अनुसार, नगर पंचायत की सीमा में डोहल पंचायत के झारबहाल और मूंगझर पंचायत के सोनामुंदी ग्राम को भी शामिल कर लिया गया है। पूर्व कांग्रेस सरकार ने नगर पंचायत की घोषणा कर फाइल को लंबित कर दिया था, जबकि कोपरा को नगर पंचायत बना दिया गया था।
बता दें कि 8 अगस्त को पूर्व संसदीय सचिव और भाजपा के विधायक प्रत्याशी रहे गोवर्धन मांझी के नेतृत्व में जिला संगठन के वरिष्ट कई पदाधिकारी उप मुख्यमंत्री अरुण साव से भेंट कर जनभावना के अनुरूप नगर पंचायत की रुकी फाइल पर कार्यवाही करने का आग्रह किया था। जिसपर उप मुख्यमंत्री ने त्वरित कार्यवाही कर 21 अगस्त को नगर पंचायत घोषित कर दिया गया।
जल स्रोतों की जांच 1 सितंबर से
भाजपा विधायक प्रत्याशी गोवर्धन मांझी ने आयरन फ्लोराइड प्रभावित देवभोग ब्लॉक के सभी पेयजल स्रोतों की जांच की मांग की थी। उपमुख्यमंत्री अरुण साव के निर्देश पर, 1 सितंबर से देवभोग के 1300 जल स्रोतों की जांच की जाएगी। पीएचई विभाग ने इसके लिए 5 सदस्यीय टीम गठित की है।
मांझी ने सरकार के प्रति जताया आभार
गरियाबंद की स्थानीय मांगे पूरी होने पर गोवर्धन मांझी ने उप मुख्यमंत्री अरुण साव और सीएम विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की यही खासियत कार्यकर्ताओं में ऊर्जा का संचार करता है, मांग पर सरकार की सुनवाई इस बात का प्रमाण है कि राज्य को बनाने वाली सरकार उसे संवारने के लिए भी आतुर है।