Special Story

गोवा ट्रिप का झांसा देकर 70 लाख की ठगी, ससुराल से एक आरोपी गिरफ्तार

गोवा ट्रिप का झांसा देकर 70 लाख की ठगी, ससुराल से एक आरोपी गिरफ्तार

ShivMay 19, 20252 min read

दुर्ग।  जिले के पुरानी भिलाई थाना क्षेत्र में गोवा ट्रिप,…

शराब घोटाला मामले में अनवर ढेबर को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत

शराब घोटाला मामले में अनवर ढेबर को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत

ShivMay 19, 20253 min read

रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले…

CM विष्णुदेव साय ने लगाई पीएचई के सब इंजीनियर को फटकार, कहा- ‘काम करो या सस्पेंड होने के लिए तैयार रहो, गेट आउट’

CM विष्णुदेव साय ने लगाई पीएचई के सब इंजीनियर को फटकार, कहा- ‘काम करो या सस्पेंड होने के लिए तैयार रहो, गेट आउट’

ShivMay 19, 20252 min read

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही।  छत्तीसगढ़ सरकार के सुशासन तिहार का तीसरे चरण जारी…

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू, जानिए पूरी डिटेल…

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू, जानिए पूरी डिटेल…

ShivMay 19, 20252 min read

रायपुर।   केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (PMRBP) 2025…

May 19, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

राज्यों में उर्वरकों की उपलब्धता और किसानों के हित में हो रहा है ठोस कार्य: सांसद बृजमोहन अग्रवाल

अगरतला/रायपुर।  रसायन और उर्वरक मंत्रालय की स्थायी संसदीय समिति इन दिनों त्रिपुरा, असम और मेघालय की अध्ययन यात्रा पर है। समिति अध्यक्ष कीर्ति आज़ाद के नेतृत्व में हो रही इस यात्रा में सांसद बृजमोहन अग्रवाल समेत 17 से अधिक सदस्य शामिल हैं।

आज अगरतला (त्रिपुरा) में अध्ययन यात्रा के दौरान त्रिपुरा राज्य सरकार, ब्रह्मपुत्र वैली फर्टिलाइज़र कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BVFCL) के प्रतिनिधियों और किसानों के साथ अनौपचारिक चर्चा हुई। चर्चा का मुख्य विषय “पूर्वोत्तर क्षेत्र के आठ राज्यों में उर्वरकों की उपलब्धता और वितरण” रहा। इस अवसर पर किसानों की आवश्यकताओं, समस्याओं और समाधान के लिए गहन संवाद हुआ।

सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि किसानों के हित और कृषि क्षेत्र का समुचित विकास हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। समिति द्वारा प्राप्त सुझावों के आधार पर उर्वरक व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए जाएंगे। किसानों की सुविधा सुनिश्चित करना हमारी प्रतिबद्धता है।

इसके अतिरिक्त, रसायन एवं पेट्रो रसायन विभाग (डीसीपीसी) और केंद्रीय पेट्रोरसायन अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (सिपेट) के प्रतिनिधियों के साथ भी अनौपचारिक चर्चा हुई। चर्चा का विषय “चरम भारतीय जलवायु परिस्थितियों के तहत खाद्य उत्पादों में माइक्रोप्लास्टिक लीचिंग के जोखिम को कम करने के लिए खाद्य ग्रेड प्लास्टिक में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देना” रहा।

सांसद श्री अग्रवाल ने कहा कि खाद्य सुरक्षा से जुड़ी चुनौतियों के समाधान हेतु अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देना समय की मांग है। इस दिशा में निरंतर प्रयास किए जाएंगे ताकि नागरिकों को सुरक्षित और उच्च गुणवत्ता वाला खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराया जा सके।