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ShivJun 14, 20252 min read

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ShivJun 14, 20251 min read

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June 14, 2025

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विष्णु भैय्या के आँगन में महतारियों के चेहरों पर खिली मुस्कान, तीजा-पोरा तिहार में उत्साह के साथ झूमते-नाचते दिखीं महिलाएं

रायपुर।   विष्णु भईया का घर-आंगन तीजा-पोरा त्यौहार के मौके पर महतारियों से गुलजार रहा। कोई महिला लाख की चूड़ियां बनवा रही थीं, तो कोई मेहंदी लगवा रही थी और टैटू बनवा रही थीं। तीजा-पोरा त्यौहार के मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री और बड़े भैया ने उन्हें बड़े प्यार से अपने घर बुलाया था। रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास उन्हें अपने मायके जैसा लग रहा था। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस मौके पर सपत्नीक पूरे विधि-विधान से शिव-पार्वती की पूजा की और नंदी की पूजा-अर्चना की।

छत्तीसगढ़ में तीजा सुहागिनों के लिए सबसे बड़ा पर्व माना जाता है, जिसमें वे कठिन व्रत कर पति और परिवार की खुशहाली के लिए कामना करती हैं। परम्परा है कि तीजा पर बहनें अपने मायके जाती है और मायके में ही व्रत के सारे नियमों को निभाती हैं। तीजा का यह पर्व पोरा तिहार से शुरू हो जाता है। मायके में निश्चिंत होकर बहनें अपना बचपन जीती हैं और विवाहित होने के बाद तीजा-पोरा तिहार पर मायके पहुंचकर सहेलियों और भाईयों के बीच जीवन का आनंद लेती हैं, ठीक उसी तरह आज मुख्यमंत्री निवास में हजारों की संख्या में पहुंची। मुख्यमंत्री श्री साय की ओर से उन्हें उपहार स्वरूप साड़ी, श्रृंगार सामान व छत्तीसगढ़ी कलेवा भेंट में दी गई।

मुख्यमंत्री निवास में इन माताओं-बहनों के लिए तरह-तरह के पकवान और छत्तीसगढ़ी व्यंजन खाने के लिए परोसे गए तो वहीं माताओं-बहनों के सजने-संवरने की व्यवस्था भी की गई थी। श्रृंगार महिलाओं को खासा पसंद होता है, इसका भी ध्यान बड़े भाई के तौर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रखा और उनकी ओर से प्रदेश की अपनी इन बहनों के लिए लाख की चूड़ियां, मेहंदी, टैटू के साथ ही दीदी हटरी उपलब्ध कराई गई थी। छत्तीसगढ़ी लोक कलाकार आरू साहू ने इस मौके पर रंगारंग प्रस्तुति दी, जिस पर महिलाएं खुशी से झूम उठी। छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेल फुगड़ी, कुर्सी दौड़ और रस्सी खींच का भी आयोजन किया गया।

माता और बहनों के लिए मायके में उनके स्वागत के लिए सभी इंतजाम किए गए थे। तीजा-पोरा महतारी वंदन तिहार के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास पहुंची हजारों माता-बहनों से प्रदेश के मुखिया भाई की तरह आत्मीय भाव से मिले। प्रदेश के मुखिया को भाई की तरह मिलता देख इन बहनों के चेहरों पर निश्छल मुस्कान खिल आई। माताओं-बहनों की इस खुशी को दुगुना करने का काम मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने महतारी वंदन योजना की सातवीं किश्त के रूप में एक-एक हजार रूपए की राशि उनके खातों में अंतरित कर किया।मुख्यमंत्री निवास में पहली बार अभनपुर से आई इंद्राणी साहू, कुर्रू से आई प्रतिमा वर्मा और दिव्या वर्मा, सेजबहार से आई करुणा बांधे, कोटा की निशा सोनी और कबीर नगर से आई संजना यादव ने बताया कि यहां आकर तीजा पोरा का तिहार मनाने का एक खास अवसर हम सबको मिला है। यहां आकर ऐसा लग रहा है जैसे हम सब अपने मायके आई हुई हैं। यहां की व्यवस्था बहुत सुंदर है। हम सब बहुत खुशकिस्मत हैं कि हम छत्तीसगढ़ राज्य में रहती हैं जहां के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हम सब बहनों का सम्मान किया है।रायपुर के बोरियाखुर्द और सन्तोषी नगर से मुख्यमंत्री निवास में तीजा-पोरा तिहार मनाने पहुँची दो सहेलियाँ ज्योति राजपूत और ज्योति साहू अपनी खुशी जाहिर करते हुए बताती हैं, हम आज बहुत उत्साहित हैं। पहली बार मुख्यमंत्री निवास आने का मौका मिला। हम हमारे विष्णु भैया को इस भव्य आयोजन के लिए आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने हम महिलाओं के लिए ऐसा सोचा और आमंत्रित किया।