Special Story

जबलपुर से रायपुर के बीच चलेगी नई ट्रेन, व्यापार और पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

जबलपुर से रायपुर के बीच चलेगी नई ट्रेन, व्यापार और पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

ShivMay 29, 20251 min read

रायपुर।  रेल यातायात को और अधिक सुगम बनाने की दिशा…

भारतीय शिक्षा बोर्ड हरिद्वार अब छत्तीसगढ़ में माशिमं के समकक्ष मान्य, आदेश जारी

भारतीय शिक्षा बोर्ड हरिद्वार अब छत्तीसगढ़ में माशिमं के समकक्ष मान्य, आदेश जारी

ShivMay 29, 20251 min read

रायपुर। भारतीय शिक्षा बोर्ड हरिद्वार अब छत्तीसगढ़ में माध्यमिक शिक्षा…

May 29, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

“कॉल मी सर्विस” कंपनी पर गंभीर आरोप: प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने कहा- मेकाहारा को बना दिया शराबखोरी का अड्डा! महिला कर्मचारियों के साथ किया जाता है शोषण, फर्जीवाड़े और वसूली का भी लगाया आरोप

रायपुर। राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल मेकाहारा सहित कई संस्थानों में सफाई सेवाएं देने वाली राज बोथरा की कंपनी “कॉल मी सर्विस” एक बार फिर विवादों में है। छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने कंपनी पर महिला सफाई कर्मचारियों के मानसिक, आर्थिक और शारीरिक शोषण, फर्जीवाड़ा, नौकरी और यूनिफॉर्म के नाम पर अवैध वसूली, और यहां तक कि अस्पताल परिसर को शराब सेवन का अड्डा बनाने तक के गंभीर आरोप लगाते हुए एक पत्र जारी किया है और सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है।

बता दें कि हाल ही में पत्रकारों के साथ कंपनी के कथित बाउंसर द्वार मारपीट और दुर्व्यवहार की घटना सामने आई थी जिसके बाद छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने पत्र जारी करते हुए कहा कि कंपनी के मालिक राजकुमार बोथरा के संरक्षण में ये सब कृत्य किए जा रहे हैं। संघ का दावा है कि कर्मचारियों द्वारा इस संबंध में कई बार शिकायत की गई, लेकिन कथित “सेटिंगबाज़ी” और अधिकारियों की मिलीभगत के चलते आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

शराब का अड्डा बना गार्ड रूम

स्वास्थ्य कर्मचारी संघ द्वारा जारी पत्र में दावा किया गया है कि मेकाहारा अस्पताल का गार्ड रूम अब शराब सेवन का अड्डा बन चुका है। जब कोई इसका विरोध करता है, तो कंपनी के गुंडे और कथित बाउंसर मारपीट पर उतर आते हैं।

फर्जी अटेंडेंस और सरकारी धन की बर्बादी

संघ के सलाहकार ओपी शर्मा ने बताया कि “कॉल मी सर्विस” कंपनी करीब 30% फर्जी उपस्थिति दिखाकर राज्य सरकार को लाखों-करोड़ों रुपए का चूना लगा रही है। कंपनी द्वारा ठेका लेने के बाद ज़ीरो प्रतिशत प्रॉफिट की शर्त बताकर संचालन दूसरे सुपरवाइजर और बाउंसर्स को सौंप दिया जाता है, जो कर्मचारियों की उपस्थिति में हेराफेरी करते हैं।

नौकरी देने के नाम पर भारी वसूली

कोविड काल के दौरान 100 से अधिक सफाई कर्मचारियों को हटाकर नए कर्मचारियों की भर्ती के नाम पर 40-40 हजार रुपये वसूले गए थे। ड्रेस देने के नाम पर भी 10-10 हजार रुपए तक लिए जा रहे हैं। ये वसूली केवल मेकाहारा तक सीमित नहीं है, बल्कि दाऊद कल्याण सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, जिला अस्पताल पंडरी, रायपुर एम्स समेत कई अन्य सरकारी संस्थानों में भी की जा रही है।

महिला कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार

पत्र में यह भी उल्लेख है कि कंपनी के सुपरवाइजर पर अश्लील वीडियो बनाने और महिला कर्मचारियों से दुर्व्यवहार के मामले में तीन बार जेल जा चुका है। बावजूद इसके कंपनी को बचाया जा रहा है और कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही।

पत्रकारों से मारपीट की निंदा

हाल ही में मेकाहारा में पत्रकारों के साथ हुई मारपीट और अभद्र व्यवहार की भी छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने कड़ी निंदा की है। संघ का कहना है कि जिस तरह से कंपनी खुलेआम गुंडागर्दी कर रही है और पत्रकारों तक को निशाना बना रही है, यह दर्शाता है कि प्रशासनिक स्तर पर मिलीभगत हो सकती है।

संघ की मांग

स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने राज्य सरकार से मांग की है कि “कॉल मी सर्विस” कंपनी को तत्काल ब्लैकलिस्ट किया जाए, सभी सरकारी संस्थानों से ठेके समाप्त किए जाएं, और इन संस्थानों की जिम्मेदारी महिला स्व-सहायता समूहों को दी जाए ताकि अस्पतालों का माहौल सुरक्षित और पारदर्शी बन सके। स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के सलाहकार ओपी शर्मा ने कहा कि “लगातार शिकायतों के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई न होना प्रशासनिक लापरवाही और सेटिंगबाज़ी को दर्शाता है। अब समय आ गया है कि इस कंपनी पर कड़ी कार्रवाई की जाए।