Special Story

शिक्षक की शर्मनाक करतूत: परीक्षा में पास करने के बहाने छात्रा से की छेड़छाड़, पुलिस ने किया गिरफ्तार

शिक्षक की शर्मनाक करतूत: परीक्षा में पास करने के बहाने छात्रा से की छेड़छाड़, पुलिस ने किया गिरफ्तार

ShivJun 18, 20252 min read

बलौदाबाजार-भाटापारा। जिले के एक स्कूल में पढ़ने वाली नाबालिग छात्रा…

रायपुर में कोयला एवं राखड़ परिवहन करने वाले 76 वाहनों पर बड़ी कार्रवाई

रायपुर में कोयला एवं राखड़ परिवहन करने वाले 76 वाहनों पर बड़ी कार्रवाई

ShivJun 18, 20252 min read

रायपुर। परिवहन विभाग ने एक बार फिर यह साबित कर…

स्वास्थ विभाग द्वारा पत्रकारों के लिए जारी दिशा निर्देश का मीडिया समूह ने किया विरोध, जलाया आदेश

स्वास्थ विभाग द्वारा पत्रकारों के लिए जारी दिशा निर्देश का मीडिया समूह ने किया विरोध, जलाया आदेश

ShivJun 18, 20252 min read

रायपुर। रायपुर प्रेस क्लब के नेतृत्व में चिकित्सा शिक्षा विभाग…

खनिज विभाग की बड़ी कार्रवाई: अवैध रेत-गिट्टी परिवहन करते 5 वाहन किये जप्त

खनिज विभाग की बड़ी कार्रवाई: अवैध रेत-गिट्टी परिवहन करते 5 वाहन किये जप्त

ShivJun 18, 20253 min read

अंबिकापुर। जिले में अवैध खनन, परिवहन और भंडारण पर प्रभावी…

June 18, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

RSS के वरिष्ठ प्रचारक पांडुरंग शंकरराव मोघे का निधन, CM विष्णु देव साय ने जताया शोक

रायपुर- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक पांडुरंग शंकरराव मोघे का कल रात निधन हो गया. उन्होंने 93 वर्ष के उम्र में राजधानी रायपुर के वी वाय अस्पताल में अंतिम सांस ली. उनके निधन पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपनी शोक संवेदना प्रकट की है.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर शोक संदेश में उन्होंने लिखा कि – राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक श्री पांडुरंग शंकरराव मोघे के निधन का दुःखद समाचार मिला. मोघे जी ने समूचे छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय विचारों को स्थापित करने अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया. उनकी स्मृति सदैव अमर रहेगी. प्रभु दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें. ॐ शांति.

गौरतलब है कि पांडुरंग शंकरराव मोघे जी धमतरी जिले में लंबे समय तक संघ के प्रचारक रहे. आपातकाल के दौरान सागर जिले में सत्याग्रह करते हुए जेल भी गए. रायपुर में संघ कार्यालय निर्माण के समय उनकी महती भूमिका रही. गायन कला में उनकी विशेष रुचि थी. उनकी स्मरण शक्ति भी लाजवाब थी. सादा जीवन उच्च विचार को अंगीकार कर अपना सर्वस्व जीवन जीने वाले पांडुरंग शंकरराव मोघे का निधन समाज के लिए अपूर्णीय क्षति है.