Special Story

बिग ब्रेकिंग : पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर ED ने मारा छापा, जांच जारी

बिग ब्रेकिंग : पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर ED ने मारा छापा, जांच जारी

ShivMar 10, 20251 min read

रायपुर।  छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव…

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने सरस मेले का किया उद्घाटन

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने सरस मेले का किया उद्घाटन

ShivMar 9, 20252 min read

रायपुर।    उप मुख्यमंत्री तथा बिलासपुर जिले के प्रभारी मंत्री…

महतारी वंदन योजना: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किया ‘महतारी वंदन कॉमिक्स’ का विमोचन

महतारी वंदन योजना: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किया ‘महतारी वंदन कॉमिक्स’ का विमोचन

ShivMar 9, 20251 min read

रायपुर।   महिलाओं के सम्मान और सशक्तिकरण को समर्पित “महतारी वंदन…

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से पूज्य संत लालदास साहेब ने की सौजन्य भेंट

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से पूज्य संत लालदास साहेब ने की सौजन्य भेंट

ShivMar 9, 20251 min read

रायपुर।  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय…

March 10, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

CGMSC घोटाला मामले में साय सरकार का बड़ा एक्शन, मोक्षित कॉर्पोरेशन को किया ब्लैकलिस्ट

रायपुर। छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉर्पोरेशन (सीजीएमएससी) में 400 करोड़ के रिएजेंट और उपकरण खरीदी घोटाले के मामले में मोक्षित कार्पोरेशन को आखिरकार साय सरकार ने ब्लैकलिस्ट कर दिया है। ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध शाखा) की जांच के बाद सीजीएमएससी (छत्तीसगढ़ राज्य चिकित्सा आपूर्ति निगम) ने कंपनी को अगले तीन साल के लिए अपात्र घोषित कर दिया है। अब मोक्षित कार्पोरेशन से किसी भी दवा या मेडिकल उपकरण की खरीद नहीं की जा सकेगी।

बता दें कि यह घोटाला प्रदेश में हुए लगभग चार सौ करोड़ रुपये के दवा खरीद घोटाले से जुड़ा हुआ है, जिसमें दुर्ग स्थित मोक्षित कार्पोरेशन की संलिप्तता सामने आई है। इस मामले में कंपनी के निदेशक शशांक चोपड़ा को गिरफ्तार कर लिया गया है, और फिलहाल ईओडब्ल्यू जांच एजेंसी उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।

सीजीएमएससी ने मोक्षित कार्पोरेशन को ब्लैकलिस्ट करने के अलावा, इस घोटाले में शामिल अधिकारियों पर भी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, सीजीएमएससी की एमडी पदमिनी भोई, और दो आईएएस अधिकारी – भीम सिंह और चंद्रकांत वर्मा – भी जांच के घेरे में हैं। इन तीनों अधिकारियों को ईओडब्ल्यू-एसीबी ने पूछताछ के लिए बुलाया है। इसके साथ ही, स्वास्थ्य विभाग के कुछ और अधिकारियों से भी जल्द पूछताछ की जा सकती है।