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अजीत जोगी की प्रतिमा हटाने पर बिफरे अमित जोगी, दी आंदोलन की चेतावनी

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ShivJun 8, 20251 min read

रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की प्रतिमा विवाद का मामला…

एनीकट में डूबे युवक की 22 घंटे बाद मिली लाश, नहाने के दौरान हुआ था हादसा

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ShivJun 8, 20251 min read

जांजगीर-चांपा।  हथनेवरा एनीकट में नहाने के दौरान डूबे युवक लक्ष्मी…

वन विभाग का एक्शन : छापा मारकर बड़ी मात्रा में पकड़ी अवैध सागौन की लकड़ी, आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज

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ShivJun 8, 20251 min read

गौरेला पेण्ड्रा मरवाही।  छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में अवैध रूप…

एसपी निखिल राखेचा ने जवानों के साथ 10 किमी की लगाई दौड़, लोगों को फिट रहने का दिया संदेश

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ShivJun 8, 20251 min read

गरियाबंद। फिट इंडिया पहल के तहत गरियाबंद पुलिस के जवानों…

June 8, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

कांग्रेस के पार्षद प्रत्याशियों के ऐलान के बाद बवाल, नाराज कार्यकर्ताओं ने टिकट प्रभारी और PCC चीफ के खिलाफ की जमकर नारेबाजी, फुंका पुतला

गरियाबंद। कांग्रेस ने नगरीय निकाय चुनाव के मद्देनजर सोमवार को गरियाबंद नगर पालिका के 15 वार्डों में अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया, जिसके बाद अब कांग्रेस में विरोध शुरू हो गया है। टिकट काटने से नाराज कुछ कार्यकर्ताओं की नाराजगी इस कदर बढ़ गई कि उन्होंने टिकट प्रभारी मनोज कंदोई और पीसीसी चीफ दीपक बैज के खिलाफ जमकर नारे लगाए और कार्यालय के बाहर उनका पुतला फूंककर विरोध दर्ज कराया।

जानकारी के मुताबिक, कार्यकर्ताओं का आरोप है कि टिकट के ऐलान से पहले कई दौरों की बैठक के बाद सभी वार्डों में प्रत्याशियों के नामों पर सहमति बनी थी। संतोषी मंदिर वार्ड 2 से घनश्याम यादव, नया तालाब वार्ड 4 से गीता जगत और गोवर्धन वार्ड 12 से पुनाराम यादव का नाम तय किया गया था, लेकिन जब सूची जारी की गई तो उसमें इन तीनों का नाम गायब था।

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गौरतलब है कि कांग्रेस में विवाद और हंगामे की घटनाएं नई नहीं हैं। सत्ता में रहते हुए भी पार्टी के भीतर इस प्रकार के विवाद समय-समय पर सामने आते रहे हैं। हाल ही में हुए विधानसभा उपचुनावों के दौरान भी ऐसी ही स्थिति बनी थी, जब कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया था। फिलहाल पार्टी के सामने सबसे बड़ी चुनौती नाराज कार्यकर्ताओं को शांत करना और एकजुटता बनाए रखना है। आगामी चुनावों में पार्टी की छवि को इस तरह के घटनाक्रमों से नुकसान हो सकता है। अब देखना यह होगा कि कांग्रेस नेतृत्व इस असंतोष को कैसे संभालता है।

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