Special Story

खनिज के अवैध उत्खनन और परिवहन पर प्रशासन सख्त

खनिज के अवैध उत्खनन और परिवहन पर प्रशासन सख्त

ShivJun 17, 20252 min read

बलौदाबाजार। कलेक्टर दीपक सोनी की अध्यक्षता में मंगलवार क़ो संयुक्त…

मुख्यमंत्री ने परिवहन सुरक्षा बेड़े में शामिल 48 वाहनों को झंडी दिखाकर किया रवाना

मुख्यमंत्री ने परिवहन सुरक्षा बेड़े में शामिल 48 वाहनों को झंडी दिखाकर किया रवाना

ShivJun 17, 20252 min read

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि हमारी…

लूटपाट और उगाही का मामला : छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के 6 पदाधिकारियों को 7-7 साल की सजा

लूटपाट और उगाही का मामला : छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के 6 पदाधिकारियों को 7-7 साल की सजा

ShivJun 17, 20252 min read

जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में वर्ष 2021 में हुई…

June 17, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

सितम्बर और अक्टूबर के वेतन के भुगतान के लिए नगरीय निकायों को 25.9 करोड़ आबंटित, उप मुख्यमंत्री अरुण साव के अनुमोदन के बाद नगरीय प्रशासन विभाग ने निकायों को जारी की राशि

रायपुर।  नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने राज्य के 101 नगरीय निकायों में अधिकारियों-कर्मचारियों के सितम्बर और अक्टूबर माह के वेतन के भुगतान के लिए 25 करोड़ 90 लाख रुपए आबंटित किए हैं। इस राशि से नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में कार्यरत प्लेसमेंट व नियमित अधिकारियों-कर्मचारियों को दो महीने के वेतन का भुगतान किया जाएगा। उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव के अनुमोदन के बाद विभाग ने निकायों को राशि जारी कर दी है। श्री साव ने सभी नगरीय निकायों में तत्काल वेतन भुगतान के निर्देश भी दिए हैं।

नगरीय प्रशासन विभाग ने शहरों में विकास कार्यों को और तेज करने के लिए भी बड़ी राशि जारी की है। उप मुख्यमंत्री एवं विभागीय मंत्री अरुण साव के निर्देश पर राज्य के 129 नगरीय निकायों में अधोसरंचना मद के अंतर्गत स्वीकृत कार्यों के लिए 144 करोड़ 65 लाख रुपए आबंटित किए गए हैं।

उप मुख्यमंत्री श्री साव ने प्रदेशवासियों को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विकास कार्यों के लिए राशि की कमी नहीं है। नगरीय निकायों को विकास कार्यों और जन सुविधाएं विकसित करने के लिए पर्याप्त राशि दी जा रही है। नगरीय निकाय गुणवत्तापूर्ण कार्य संपादित कराते हुए इन राशियों का सदुपयोग करें। उप मुख्यमंत्री श्री साव नगरीय निकायों के कार्यों की लगातार समीक्षा कर समस्याओं एवं जरूरतों की जानकारी ले रहे हैं। उन्होंने शहरों के सुनियोजित और सुव्यवस्थित विकास के लिए कार्ययोजना बनाकर उनके अनुरूप कार्य करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए हैं। वे निकायों का भ्रमण कर विकास कार्यों का औचक निरीक्षण भी कर रहे हैं।