कांग्रेस में बगावत : पार्टी ने काटा टिकट, रायपुर में निर्दलीय चुनाव लड़ने दो पार्षदों ने भरा नामांकन, पार्टी पर लगाए गंभीर आरोप
रायपुर। छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया आज समाप्त हो गई है. रायपुर नगर निगम के लिए कांग्रेस ने देर रात तक सभी पार्षद प्रत्याशियों का ऐलान किया, जिसमें करीब 8 पार्षदों का पार्टी ने टिकट काटा है. टिकट वितरण के फैसलों से असंतुष्ट पार्षद अब पार्टी से बगावत पर उतर आए हैं. एक तरफ पं. रविशंकर शुक्ल वार्ड 35 से आकाश तिवारी ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया, तो वहीं शहीद राजीव पांडेय वार्ड 62 से तीन बार के पार्षद समीर अख्तर ने पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए नामांकन दाखिल कर दिया है. इन बागियों की बगावत ने कांग्रेस की सियासत गर्मा गई है.
वार्ड 35 से निर्दलीय लड़ेंगे आकाश तिवारी
पं. रविशंकर शुक्ल वार्ड 35 से पार्षद और MIC सदस्य रहे आकाश तिवारी ने कांग्रेस का टिकट न मिलने के बाद निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए नामांकन दाखिल किया. नामांकन भरने के बाद उनका दर्द छलका और कहा कि “यह तो कांग्रेस ही जानती है कि एक निष्ठावान कार्यकर्ता का टिकट क्यों काटा गया है.” आकाश तिवारी ने बताया कि वे 20 वर्षों से कांग्रेस संगठन से जुड़े हुए हैं और NSUI व यूथ कांग्रेस में सक्रिय भूमिका निभाई है. उन्होंने कहा, “मैंने दिन-रात मेहनत कर रायपुर को स्वच्छता में देश के दूसरे स्थान पर लाया और ‘बेस्ट पार्षद’ का अवॉर्ड भी हासिल किया. पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा के बावजूद मेरा टिकट काटा गया, जो मेरे लिए अविश्वसनीय है.”
आकाश तिवारी ने 2 नामांकन फॉर्म भरे हैं, एक कांग्रेस पार्टी के लिए और दूसरा निर्दलीय. उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर कांग्रेस उन्हें अन्य किसी वार्ड से टिकट नहीं देती, तो वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे.
गौरतलब है कि परिसीमन के बाद पं. रविशंकर शुक्ल वार्ड 35 में टिकट को लेकर कामरान अंसारी और आकाश तिवारी के बीच प्रतिस्पर्धा थी. पार्टी ने कामरान अंसारी को टिकट दिया है, जिससे नाराज होकर तिवारी ने निर्दलीय लड़ने का निर्णय लिया है.
वार्ड 62 में भी बगावत
शहीद राजीव पांडेय वार्ड-62 से तीन बार के पार्षद समीर अख्तर ने कांग्रेस से टिकट न मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. उन्होंने निर्दलीय नामांकन दाखिल करते हुए पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए. मीडिया से बातचीत में समीर अख्तर ने कहा कि कांग्रेस में केवल नेताओं के पैर छूने वालों को ही टिकट दिया जाता है. मैंने किसी का पैर छूने का काम नहीं किया, इसलिए मेरा टिकट काटा गया. उन्होंने आगे कहा कि मैं शुरू से कांग्रेस का निष्ठावान कार्यकर्ता रहा हूं. मोदी लहर हो या कोई भी चुनौतीपूर्ण समय, मैं लगातार जीतता आया हूं.
समीर अख्तर ने दावा किया कि जिन उम्मीदवारों को पार्टी ने टिकट दिया है, वे हमेशा बड़े अंतर से चुनाव हारते आए हैं. उन्होंने कहा कि मैंने पूर्व सीएम भूपेश बघेल को भी इस बारे में जानकारी दी थी और अपने वार्ड के दूसरे कांग्रेस कार्यकर्ता को टिकट देने की भी मांग की थी. लेकिन दोनों को टिकट नहीं मिलने पर जनता मेरे घर आई और चुनाव लड़ने की मांग रखी.
अख्तर ने कांग्रेस पर अन्याय का आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी ने उनके साथ गलत किया है और इसी कारण उन्होंने निर्दलीय मैदान में उतरने का फैसला किया है. खरीद-फरोख्त की बता पर उन्होंने कहा कि मैंने कभी पैसे लिए न दिए, इसलिए मुझे इसकी जानकारी नहीं है.
रायपुर नगर निगम में कांग्रेस ने इन पार्षदों का काटा टिकट
कांग्रेस ने रायपुर नगर निगम में थोक में सिटिंग पार्षदों के टिकट काटे हैं. इनमें वार्ड 27 से पार्षद सुरेश चन्नावार, वार्ड 28 से हरदीप सिंह होरा ‘बंटी’, वार्ड 29 से पुरुषोत्तम चंद्र बेहरा, वार्ड 35 से आकाश तिवारी, वार्ड 36 से अनवर हुसैन, वार्ड 37 से रितेश त्रिपाठी, वार्ड 40 से सीनियर पार्षद ज्ञानेश शर्मा और वार्ड 62 से पार्षद समीर अख्तर का टिकट कटा है. वहीं महापौर और वार्ड 46 के पार्षद एजाज ढेबर को वार्ड 57 से टिकट दिया गया है.