Special Story

छत्तीसगढ़ में दिखा रमजान का चांद, कल से रखा जाएगा रोजा…

छत्तीसगढ़ में दिखा रमजान का चांद, कल से रखा जाएगा रोजा…

ShivMar 1, 20252 min read

रायपुर।  छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के कई इलाकों…

छत्तीसगढ़ में 30 बिस्तर तक के अस्पतालों को पंजीकरण से रखें बाहर, एएचपीआई की सरकार से मांग…

छत्तीसगढ़ में 30 बिस्तर तक के अस्पतालों को पंजीकरण से रखें बाहर, एएचपीआई की सरकार से मांग…

ShivMar 1, 20251 min read

रायपुर। एसोसिएशन ऑफ़ हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स इंडिया (एएचपीआई) ने छत्तीसगढ़ में 30…

March 1, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

मुख्यमंत्री से विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों ने की भेंट मुलाकात

रायपुर।     प्रदेश के पहले आदिवासी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से मुंडा, हल्बा, मुरिया, कोया, भतरा, दोरला सहित सर्व आदिवासी समाज के लोगों को मिलने की उत्सुकता देखते बन रही थी। मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान समाज के प्रतिनिधियों में अलग उत्साह से पुष्प भेंट कर लोगों में फोटो लेने की होड़ सी मच गई थी। मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर बस्तर संभाग के आदिवासी समाज मारिया, मुरिया, हल्बा, मुण्डा, भतरा, गोड समाज के लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं था। मुख्यमंत्री को अपने परिवार के मुखिया की तरह वे अपने सुख-दुःख पर चर्चा कर रहे थे। इसके अलावा भतरा, हल्बा, मुंडा, मारिया, कोया समाजों के लोगों ने बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के द्वारा प्रकाशित उनके समाज के प्रतिनिधियों द्वारा लिखित पुस्तक भेंट की।

बस्तर संभाग के आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों ने छत्तीसगढ़ में आदिवासी मुख्यमंत्री पाकर खुशी से गद-गद होकर अपनी खुशी व्यक्त कर अपने आप को सम्मानित महसूस कर रहे थे। समाज के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को बधाई दी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारन्टी पर कार्य करने की सराहना की। समाज के लोगों ने शहीद गेंद सिंह की मूर्ति जगदलपुर के प्रमुख चौक में लगाने, समाज को बाह्य संस्कृति से बचाने जैसे अन्य विषय की मांग मुख्यमंत्री से की।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने दो दिवसीय प्रवास के दौरान गुरुवार की शाम स्थानीय सर्किट हाउस में विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों से भेंट मुलाकात कर उनके मांगों और समस्याओं का निराकरण करने का आश्वासन दिया। भेंट मुलाकात में आंध्रा समाज के जनों ने विधि विधान से पूजा कर मुख्यमंत्री का सम्मान किया। इसके अलावा धाकड़, कोष्टा, सिंधी, आरण्यक ब्राह्मण, गुजराती, मराठी, मिथिला, क्षत्रिय,यादव,जैन, गुप्ता, देवांगन, जायसवाल समाज सहित विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों, जनप्रतिनिधि, विपणन संघ, पशुधन विकास विभाग के कर्मचारी अधिकारी, पत्रकार-साहित्यकार, समाजसेवी के अलावा विद्यार्थियों ने भेंट कर बधाई दी और मांगों और समस्याओं के संबंध में आवेदन दिया।