Special Story

“आचार्य शंकर ने सनातन धर्म और सांस्कृतिक एकता के लिए जो कार्य किया, वह सदैव पूजनीय रहेगा” : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

“आचार्य शंकर ने सनातन धर्म और सांस्कृतिक एकता के लिए जो कार्य किया, वह सदैव पूजनीय रहेगा” : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivFeb 8, 20253 min read

भोपाल।   आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास, संस्कृति विभाग मध्यप्रदेश शासन…

नारायणपुर पुलिस को मिली सफलता, जनताना सरकार के अध्यक्ष समेत तीन नक्सलियों ने किया सरेंडर

नारायणपुर पुलिस को मिली सफलता, जनताना सरकार के अध्यक्ष समेत तीन नक्सलियों ने किया सरेंडर

ShivFeb 8, 20252 min read

नारायणपुर।   छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में माओवादियों के खिलाफ चलाये जा…

महासमुंद में पकड़ाया कंबल से भरा ट्रक, चुनाव में खपाने की थी तैयारी 

महासमुंद में पकड़ाया कंबल से भरा ट्रक, चुनाव में खपाने की थी तैयारी 

ShivFeb 8, 20251 min read

महासमुंद।  नगरीय निकाय चुनाव से पहले महासमुंद पुलिस ने कार्रवाई…

February 8, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

महाकुंभ में स्नान का निमंत्रण ठुकराया, सीएम साय के सलाहकार पंकज झा ने कसा तंज, कहा- कांग्रेस की राजनीति का स्तर रोज नए गोते लगा रहा…

रायपुर। छत्तीसगढ़ में महाकुंभ पर सियासी तकरार जारी है. मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष की ओर से कुंभ स्नान के आमंत्रण को विपक्ष ने ठुकरा दिया है. विपक्ष के इस रवैये पर मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार पंकज झा ने तंज कसा है.

सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर उन्होंने लिखा है कि छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने प्रदेश के सभी सांसदों-विधायकों को कुंभ चलने का निमंत्रण दिया गया है. इसे छत्तीसगढ़ कांग्रेस द्वारा ठुकरा देना अत्यंत ही दुःखद है. कांग्रेस की राजनीति वास्तव में रोज डुबकी लगा रहा है. उनकी राजनीति का स्तर रोज नये गोते खा रहा है.

इसके साथ ही इस विषय पर नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत की ओर से लिखे पत्र पर आपत्ति जताते हुए कहा कि कांग्रेस के विधायकों को बिल्कुल भी इस मामले में अपने नेता की बात नहीं मानना चाहिए. नेता प्रतिपक्ष का निर्देश राजनीतिक मामलों में तो समझ में आता है, लेकिन वे विधायकों के धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप करें, यह अनुचित है. सभी विधायक-सांसदों को अपनी आस्था और अंतरात्मा अनुसार निर्णय लेना चाहिए.

अभी महाकुंभ में छत्तीसगढ़ सरकार का पैवेलियन देश भर की चर्चा का विषय बना हुआ है. वहां की निःशुल्क सुविधायें सभी छत्तीसगढ़वासियों के लिये है, न कि राजनीतिक प्रतिबद्धता देख कर वहां प्रवेश दिया जा रहा. ऐसे में नेता प्रतिपक्ष द्वारा सभी कांग्रेस विधायकों को कुम्भ नहीं जाने का निर्देश देना अस्वीकार्य है. महंतजी कौन होते हैं छत्तीसगढ़ के माननीय कांग्रेस विधायकों की धार्मिक-सांस्कृतिक मान्यता और आस्था पर निर्देश देने वाले?